नेशनल स्टॉक एक्सचेंज
भारत का नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) डेरिवेटिव कॉन्ट्रैक्ट्स के ट्रेडिंग नंबर्सं के लिहाज से दुनिया के सबसे बड़े डेरिवेटिव एक्सचेंज के तौर पर उभरा है. NSE 17255 मिलियन डेरिवेटिव कॉन्ट्रैक्ट्स ट्रेड के साथ पहले स्थान पर है. NSE भारत का सबसे बड़ा फाइनेंशियल मार्केट है. 1992 में निगमित, एनएसई एक रिफाइंड, इलेक्ट्रॉनिक मार्केट के रूप में विकसित हुआ है. इस लिस्ट में दूसरे स्थान पर ब्राजील का B3 Brazil (8,756 मिलियन) है.
टॉप 10 की लिस्ट में तीसरे स्थान पर 4,943 मिलियन डेरिवेटिव कॉन्ट्रैक्ट्स ट्रेड के साथ यूएस का CME ग्रुप है. चौथे स्थान पर यूएस का ICE (3,318 मिलियन) है.
3293 मिलियन डेरिवेटिव कॉन्ट्रैक्ट्स ट्रेड के साथ पांचवें नंबर पर NASDAQ है. यूएस का एक और एक्सचेंज CBOE Holdings छठे नंबर है और इसका डेरिवेटिव कॉन्ट्रैक्ट्स ट्रेड 3096 मिलियन रहा है.
चीन का Zhengzhou 2582 मिलियन डेरिवेटिव कॉन्ट्रैक्ट्स ट्रेड के साथ 7वें नंबर पर है. 8वें स्थान पर शंघाई एक्सचेंज है जिसका कारोबारी कॉन्ट्रैक्ट्स 2446 मिलियन है. वहीं 9वें स्थान पर 2364 मिलियन डेरिवेटिव कॉन्ट्रैक्ट्स ट्रेड के साथ चीन का Dalian Xchange है. इस लिस्ट में 2282 मिलियन डेरिवेटिव कॉन्ट्रैक्ट्स ट्रेड के साथ 10वें स्थान पर Korean Xchange है.
-भारत एक्सप्रेस