Vodafone-Idea Share Price : फाइनेंशियल क्राइसिस से जूझ रही वोडाफोन आईडिया कंपनी के शेयर बुधवार को 4 फीसदी तक टूट गए. शेयरों की कीमत में आई तेज गिरावट के पीछे वोडाफोन का बयान माना जा रहा है. दरअसल इसकी पैरेंट कंपनी वोडाफोन का कहना है कि इसके निवेश की कंपनी में कैरीइंग वैल्यू जीरो है. पैरेंट कंपनी के इस बयान के बाद शेयरों पर दबाव देखा जा रहा है और इंट्रा डे ट्रेडिंग के दौरान इनमें 4 फीसदी से ज्यादा की गिरावट देखी गई. फिलहाल ये शेयर तीन फीसदी से ज्यादा की गिरावट के साथ 7.10 रुपए पर ट्रेड कर रहा है.
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वोडाफोन का कहना है कि कंपनी को अभी भी एक्स्ट्रा लिक्विडिटी की जरूरत है और साथ ही देनदारियों को चुकाने में भी कंपनी पिलहाल सक्षम नहीं है. कंपनी ने वित्त वर्ष 2023 की रिजल्ट में कहा है कि कंपनी पर अभी भी देनदारियां है और वो इन्हें कैसे चुका पाएगी इस बारे में अभीभी अनिश्चितता है. कंपनी की तरफ से 31 मार्च 2023 तक कोई भी कैश पेमेंट नहीं किया है. यहां तक की कंपनी अपनी देनदारियों के बारे में जानकारी नहीं दे रही है.
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भारत सरकार है सबसे बड़ी हिस्सेदार-
आपको बता दें कि वोडाफोन आइडिया में सबसे ज्यादा देनदारी भारत सरकार की है. कंपनी में भारत सरकार 33.4 % के शेयरहोल्डिंग रखती है जबकि ब्रिटेन की वोडाफोन 31 फीसदी की हिस्सेदार है. कंपनी की वित्तीय हालात खराब होने के बावजूद कुमार मंगलम बिड़ला के कंपनी बोर्ड में शामिल होने से शेयरों में उछाल आया था और ऐसा माना जा रहा था कि कंपनी अपने हालातों से उबर जाएगी लेकिन फिलहाल ऐसा होते दिख नहीं रहा है. अब देखना होगा कि आखिर पूरे देश में 5जी रोलआउट होने से पहले कंपनी किस तरह से पैसो का इंतजाम करेगी .