प्रतीकात्मक तस्वीर
ZestMoney : ZestMoney की PhonePe के साथ डील टूटने के दो महीने बाद कंपनी के संस्थापकों ने इस्तीफा दे दिया है. सोमवार को Lizzie Chapman, प्रिया शर्मा और आशीष अनंतरमन ने अपने कर्मचारियों को इस बात की जानकारी दी.
नये मैनेजमेंट के आने तक जुड़े रहेंगे कंपनी से-
आपको बता दें कि इंटरनल कम्यूनिकेशन में टीम के साथ बात करते हुए चैपमैन ने कहा है कि जेस्ट मनी के फाउंडर्स कंपनी में बड़े शेयर धारक बने रहेंगे और इसके ट्रांजिशन में मदद करेंगे. अगले तीन-चार महीने में जेस्ट मनी में नया मैनेजमेंट कामकाज संभाल सकता है. तब तक ZestMoney के फाउंडर्स नई टीम से जुड़े रहकर उन्हें स्मूथ ट्रांजिशन में हेल्प करेंगे.
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इसके साथ ही चैपमैन ने ये भी कहा कि हमने काफी सोच विचार करने के बाद बहुत मुश्किल से ये फैसला लिया है कि हम जेस्ट मनी ( ZestMoney ) के कामकाजी रोल से खुद को अलग कर लें. इन तीनों के इस फैसले के बाद बैंग्लौर बेस्ड स्टार्टअप के 100 कर्मचारियों का भविष्य अधर में लटका नजर आ रहा है.
दरअसल Zestmoney के कई सारे कर्मचारी पहले ही Phonepe ज्वाइन कर चुके हैं. ऐसे में जब फाउंडर्स ही कंपनी छोड़ रहे हैं तो कर्मचारियों का अपने भविष्य के लिए परेसान होना लाजमी है . हालांकि फाउंडर्स का कहना है कि नए मैनेजमेंट के काम संभालने तक वो कंपनी से जुड़े रहेंगे ताकि स्मूद ट्रांजिशन हो सके.
Zest money कंपनी की बात करें तो भारत में ये BNPL मार्केट के ब़ड़े लीडर के तौर पर उभरे लेकिन 2022 में ग्लोबल BNPL मार्केट के क्रैश होने के बाद से इनकी हालत खराब है. फोनपे के साथ होने वाली डील भी इन्ही सब के चलते खटाई में पड़ गई. हालात यहां तक आ गए थे कि जेस्टमनी को ऑपरेशनल खर्चों के लिए फोन पे से लोन लेना पड़ा था और अब कंपनी के संस्थापक ही कंपनी छोड़कर जा रहे हैं.