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वो दिलचस्प किस्सा, जब Pakistan ने कहा था- हिंदुस्तान Kashmir रख ले, लेकिन Lata Mangeshkar को दे दे…

कहा जाता है कि मोहम्मद अली जिन्ना के पाकिस्तान बनाने पर वहां के तमाम लोगों के लिए ये चिंता की बात थी कि इस फैसले से उन्हें लता मंगेशकर को गंवाना पड़ेगा.

लता मंगेशकर.

भारत (India) और पाकिस्तान (Pakistan) का रिश्ता कभी सामान्य नहीं रहा है. दोनों मुल्कों के बीच सबसे बड़ा मुद्दा कश्मीर (Kashmir) रहा है. 1947 में मिली आजादी के बाद से कश्मीर लगातार एक ज्वलंत ​मुद्दा रहा है. हालांकि कहा जाता है कि एक समय ऐसा भी आया, जब पाकिस्तान ने कश्मीर की जिद छोड़ देने की बात कही थी, लेकिन उसके बदले एक ऐसी शख्सियत की मांग कर दी थी, जो हमेशा भारत का गौरव रही हैं.

हम बात कर रहे हैं देश की प्रख्यात गायिका लता मंगेशकर (Lata Mangeshkar) की. उनकी आवाज में वो कशिश (आकर्षण) थी कि जिसका जादू सरहदों के पार भी चलता था. आज वह हमारे बीच नहीं हैं, लेकिन उनकी आवाज की खनक सदियों तक गूंजती रहेगी. हम आपको उसने जुड़ा एक किस्सा सुनाने जा रहे हैं, जब पाकिस्तान ने कथित तौर पर कालजयी गायिका लता मंगेशकर को लेकर एक शर्त रख दी थी.

पाकिस्तानी सिंगर नूरजहां से दोस्ती

हालांकि इस कहानी से पहले हम आपको पाकिस्तानी सिंगर नूरजहां (Noor Jehan) और लता की दोस्ती से जुड़ा किस्सा सुनाने जा रहे हैं. ​लता और नूरजहां की दोस्ती बेहद पक्की थी.

कुछ साल पहले एक रेडियो शो में अन्नू कपूर (Annu Kapoor) ने दोनों से जुड़ी एक घटना का जिक्र किया, जब दोनों सिंगर्स की मुलाकात भारत और पाकिस्तान की सीमा के बीच No Man’s Land पर हुई थी.

पाकिस्तानी सिंगर नूरजहां.

कपूर ने बताया था कि इस खास किस्से का जिक्र संगीत निर्देशक सी. रामचंद्र (C. Ramchandra) ने अपनी किताब में किया है, क्योंकि वे खुद भी इस घटना के गवाह रहे थे. कहानी यह है कि लता दीदी एक नई फिल्म के संगीत को लॉन्च करने के लिए रामचंद्र के साथ अमृतसर में थीं, जब उन्हें नूरजहां से बात करने की इच्छा हुई.

इस तरह हुई मुलाकात

नूरजहां लाहौर में रहती थीं, जो अमृतसर से बहुत दूर नहीं है, लेकिन दोनों देशों के बीच की सीमा ने उस दूरी को और भी लंबा कर दिया. रामचंद्र ने याद किया कि जब लता और नूरजहां ने फोन पर बात की. उनकी बातचीत एक घंटे से अधिक समय तक चली. उन्होंने एक-दूसरे के लिए गाने भी गाए. उन्होंने कहा था, ‘मैंने पहली बार लता का यह रूप देखा. वह बहुत खुश दिख रही थीं. ऐसा लग रहा था जैसे दो बहनें फिर से मिल गई हों.’

बातचीत के बाद लता ने नूरजहां से मिलने की इच्छा जताई, लेकिन उन्हें बताया गया कि इतने कम समय में वे कागजी कार्रवाई नहीं कर पाएंगी. फिर, एक रास्ता निकाला गया. यह तय हुआ कि दोनों भारत और पाकिस्तान के बीच No Man’s Land में मिलेंगी. यह भारत में वाघा और पाकिस्तान में अटारी के बीच की जमीन का टुकड़ा है, जो किसी भी देश का नहीं है.

लता मंगेशकर.

लता को लेकर नूरजहां ने ये कहा था

इसके बाद लता अमृतसर से और नूरजहां लाहौर से रवाना हुईं. दोनों अमृतसर के पास नो मैन्स लैंड पर मिलीं. अन्नू कपूर ने रामचंद्र की किताब का हवाला देते हुए कहा था, ‘जब उनके आस-पास के लोगों ने उन्हें भावुक होते देखा, तो उनकी भी आंखों में आंसू आ गए.’

इससे पहले विभाजन के बाद नूरजहां ने भारत छोड़ दिया था. उन्हें मलिका-ए-तरन्नुम (राग की रानी) के रूप में जाना जाता था. नूरजहां ने लता मंगेशकर को गाते हुए सुना था और भविष्यवाणी की थी कि वह एक बेहतरीन गायिका बनेंगी. फरवरी 2022 में 92 साल की उम्र में लता मंगेशकर का निधन हो गया था, जबकि नूरजहां का निधन दिसंबर 2000 में हुआ है.

लता को लेकर पाकिस्तान ने रखी थी ये शर्त

अब वो किस्सा कि कैसे लता भारत और पाकिस्तान के ज्वलंत मुद्दे कश्मीर के बीच आ गई थीं. कहा जाता है कि जब लता दीदी की ख्याति अपने चरम पर थी तो पाकिस्तान में भी उनकी आवाज के लोग मुरीद थे. उस जमाने में ऑल इंडिया रेडियो को एक पत्र मिला था, जिसमें कहा गया था, ‘हिंदुस्तान कश्मीर रख ले, लेकिन लता मंगेशकर को पाकिस्तान को दे दे.’ ये भी कहा जाता है कि मोहम्मद अली जिन्ना (Muhammad Ali Jinnah) के पाकिस्तान बनाने पर तमाम लोगों के लिए ये चिंता की बात थी कि इस फैसले की वजह से उन्हें लता मंगेशकर को गंवाना पड़ेगा.

-भारत एक्सप्रेस



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