(प्रतीकात्मक तस्वीर: Pixabay)
ICRA एनालिटिक्स ने एक नोट में कहा कि भारतीय म्यूचुअल फंड उद्योग, जिसने पिछले एक साल में शुद्ध प्रवाह में 135 प्रतिशत से अधिक की वृद्धि और शुद्ध AMU (प्रबंधन के तहत संपत्ति) में लगभग 39 प्रतिशत की वृद्धि देखी है, आने वाले वर्षों में कई गुना वृद्धि देखने को मिल सकती है, क्योंकि भारत वैश्विक अर्थव्यवस्था में एक उज्ज्वल स्थान पर है.
Mutual Fund उद्योग
नवंबर 2024 में म्यूचुअल फंड उद्योग में कुल प्रवाह 135.38 प्रतिशत बढ़कर 60,295.30 करोड़ रुपये हो गया, जबकि नवंबर 2023 में यह 25,615.65 करोड़ रुपये था. दिलचस्प बात यह है कि पिछले साल नवंबर में शुद्ध AMU 49.05 लाख करोड़ रुपये था, जो नवंबर 2024 में ऐतिहासिक मील का पत्थर पार कर 68.08 लाख करोड़ रुपये तक पहुंच गया.
जहां सभी फंडों में वृद्धि देखी गई, इक्विटी श्रेणी के तहत लार्जकैप फंडों में प्रवाह सबसे अधिक था, जो नवंबर 2024 में 2547.92 करोड़ रुपये पर लगभग 731 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज करता है, जबकि पिछले साल इसी अवधि में 306.70 करोड़ रुपये थे.
क्या कहते हैं आंकड़े
सेक्टोरल/थीमैटिक फंडों में प्रवाह 289.77 प्रतिशत बढ़कर 7657.75 करोड़ रुपये हो गया; फ्लेक्सी कैप 204.88 प्रतिशत बढ़कर 5084.11 करोड़ रुपये हो गया; लार्ज और मिडकैप 153.31 प्रतिशत बढ़कर 4679.74 करोड़ रुपये और वैल्यू/कॉन्ट्रा फंड 66.79 प्रतिशत बढ़कर 2088.01 करोड़ रुपये हो गया. AMU के संदर्भ में सेक्टोरल/थीमैटिक फंडों में 94.78 प्रतिशत की अधिकतम वृद्धि देखी गई, जो 4.62 ट्रिलियन रुपये थी फ्लेक्सी कैप 42.13 प्रतिशत बढ़कर 4.35 लाख करोड़ रुपये और स्मॉल कैप 48.24 प्रतिशत बढ़कर 3.26 लाख करोड़ रुपये हो गया.
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नवंबर 2024 में कुल एयूएम में ओपन-एंडेड इक्विटी ओरिएंटेड म्यूचुअल फंड की हिस्सेदारी बढ़कर 44.59 प्रतिशत हो गई, जो पिछले साल नवंबर में 41.46 प्रतिशत थी, जो म्यूचुअल फंड इकोसिस्टम में खुदरा निवेशकों के बीच बढ़ते विश्वास को दर्शाता है. नवंबर 2024 में इक्विटी म्यूचुअल फंड में कुल प्रवाह 131.35 प्रतिशत बढ़कर 35,943.49 करोड़ रुपये हो गया, जबकि पिछले साल यह 15,536.42 करोड़ रुपये था. कैलेंडर वर्ष 2024 की शुरुआत से इक्विटी म्यूचुअल फंड में प्रवाह जनवरी 2024 में 21,780.56 करोड़ रुपये से 65.03 प्रतिशत बढ़ा है.
एसआईपी की संख्या में बढ़ोतरी
नवंबर 2024 के अंत तक पंजीकृत नए एसआईपी की संख्या बढ़कर 49.47 लाख हो गई, जबकि नवंबर 2023 में यह 30.80 लाख थी. नवंबर 2024 में एसआईपी एयूएम 13.54 लाख करोड़ रुपये रहा, जबकि 2023 में यह 9.31 लाख करोड़ रुपये था. जनवरी 2024 से नवंबर 2024 तक कुल शुद्ध प्रवाह 9.14 लाख करोड़ रुपये रहा, जबकि 2023 में यह 2.74 लाख करोड़ रुपये था, जो 233% की वृद्धि के बराबर है.
-भारत एक्सप्रेस
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