Adipurush: फिल्म ‘आदिपुरुष’ रिलीज होने के बाद से सकारात्मक से ज्यादा नकारात्मक वजहों से काफी सुर्खियों में है. फिल्म में वीएफएक्स का इस्तेमाल कुछ इस तरह से किया गया है कि दर्शक इसे लेकर अपनी नाराजगी जता रहे हैं. हिन्दू धर्म की पवित्र कथा रामायण पर बेस्ड इस फिल्म के किरदारों को देख लोगों का गुस्सा फुट पड़ा है क्योंकि उन्हें लगता है कि मेकर्स ने इस फिल्म में रावण और हनुमान जैसे किरदारों का इस्लामीकरण कर दिया है. हालांकि, जहां आम लोगों और देश के कोने-कोने से लेकर इंडस्ट्री तक के कलाकार भी इस चीज का विरोध कर रहें है. इस बीच में रामानंद के बेटे प्रेम सागर ने भी अपनी नाराजगी जाहिर की है.
प्रेम सागर ने जताई नाराजगी
प्रेम सागर ने एक इंटरव्यू में कहा कि उन्होंने अब तक फिल्म तो नहीं देखी है, लेकिन फिल्म का टीजर देखा है. वे कहते हैं, ‘तेल तेरे बाप का, जलेगी तेरे बाप की’…. इसे देखकर लगा कि ओम राउत ने ‘आदिपुरुष’ के जरिए मार्वल बनाने की कोशिश की है. वहीं प्रेम सागर ने अपने इंस्टाग्राम पर भी एक वीडियो शेयर किया है, जिसमें उन्होंने कहा है कि 50 साल बाद भी रामानंद सागर जैसी बनाई हुई फिल्म कोई नहीं बना सकता. पापाजी ने भी ‘रामायण’ बनाते समय रचनात्मक आजादी का इस्तेमाल किया था. लेकिन, उन्होंने प्रभु श्रीराम को समझा था उन्होंने कई सारे ग्रंथों को पढ़ने के बाद छोटे-मोटे बदलाव किए थे लेकिन, कभी भी तथ्यों के साथ छेड़छाड़ करने की कोशिश नहीं की थी.
क्रिएटिव फ्रीडम का किया गया गलत इस्तेमाल
ग्रंथों में बताया गया है कि रावण ने जो भी किया, सिर्फ इसीलिए किया क्योंकि वह जानता था कि उसे भगवान राम के हाथों ही मोक्ष हासिल हो सकता है. वहीं जब रावण मरने वाला था तब भगवान राम ने लक्ष्मण को रावण के पास भेजा था ताकि वे उससे कुछ सीख ले सकें. वहीं इंटरव्यू में आगे बात करते हुए प्रेम सागर ने कहा कि आदिपुरुष में क्रिएटिव फ्रीडम की आड़ में रावण को खूंखार तौर पर पेश नहीं किया जा सकता.
-भारत एक्सप्रेस
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