प्रतीकात्मक तस्वीर
Road Accidents: देश में सड़क दुर्घटनाओं में रोजाना कई लोग अपनी जान गंवा रहे हैं. सरकार द्वारा जारी एक रिपोर्ट के मुताबिक, साल 2021 में कुल 4 लाख 12 हजार 432 सड़क हादसे हुए और इनमें मरने वालों की संख्या 1,53,972 लोगों की जान गई. लेकिन, इस दौरान हैरान करने वाली बात सामने आई है कि भारत में सड़कों पर सबसे अधिक हादसे दोपहर 3 बजे से 9 बजे के बीच हुए. परिवहन मंत्रालय के मुताबिक, 2021 में कुल हादसों के 40 फीसदी इसी वक्त पर हुए हैं.
सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय द्वारा जारी वार्षिक रिपोर्ट ‘भारत में सड़क दुर्घटनाएं – 2021’ के अनुसार, 2021 के दौरान कुल 4.12 लाख दुर्घटनाओं में दोपहर 3 बजे से रात 9 बजे के बीच 1.58 लाख से अधिक दुर्घटनाएं हुईं. वहीं, साल 2021 में शाम 6 बजे से 9 बजे के बीच कुल 85 हजार 179 हादसे हुए, जो कुल मामलों का 21 फीसदी हैं. जबकि, दोपहर 3 बजे से शाम 6 बजे तक 73, 467 हादसे हुए जो कि कुल मामलों का 18 फीसदी हैं। आंकड़ों के मुताबिक, साल 2021 में 4996 ऐसे हादसे थे, जिनका समय का पता नहीं लग पाया.
इस रिपोर्ट में कहा गया है कि दोपहर और शाम का समय सबसे खतरनाक समय होता है. वहीं, रात 12 बजे से सुबह 6 बजे के समय अंतराल में दुर्घटनाओं की संख्या सबसे कम होती है, यानि यह समय सबसे सेफ माना गया है. राज्यवार आंकड़ों का विश्लेषण करने पर पता चला कि शाम 6 बजे से रात 9 बजे के बीच तमिलनाडु में सबसे ज्यादा दुर्घटनाएं (14,416) हुईं. इसके बाद मध्य प्रदेश है जहां 10,332 दुर्घटनाएं दर्ज की गईं. केरल, कर्नाटक और उत्तर प्रदेश के आंकड़ों को मिलाकर दोपहर 3 बजे से रात 9 बजे के दौरान 82,879 दुर्घटना के मामले दर्ज किए.
जनवरी 2021 में सबसे अधिक सड़क दुर्घटनाएं
भारत में 2021 में लगभग 4.12 लाख दुर्घटनाओं में 1.53 लाख लोग अपनी जान गवां बैठे हैं. सड़क दुर्घटनाओं के महीने-वार आंकड़ों से पता चला है कि जनवरी 2021 में सबसे अधिक सड़क दुर्घटनाएं (40,305) हुईं, इसके बाद मार्च (39,491) का नंबर रहा। हालांकि, मार्च में सड़क दुर्घटनाओं में सबसे अधिक 14,579 मौतें हुईं, इसके बाद जनवरी में 14,575 मौतें हुईं. रिपोर्ट के मुताबिक, पिछले पांच वर्षों (2017 से 2021) में मई, जून और मार्च महीने में दुर्घटनाएं और दुर्घटनाओं में सबसे अधिक मौतें दर्ज की गईं.
-भारत एक्सप्रेस