पीएफआई ने जबरन लोगों की दुकानें बंद करवायी
तिरुवनंतपुरम – केरल हाईकोर्ट ने पीएफआई के बंद होने पर कड़ा रुख दिखाया है. कोर्ट ने मामले का संज्ञान लेते हुए संगठन के नेताओं के खिलाफ मामला दर्ज किया है. एनआईए और ईडी के हाथों हुई अपने 19 कार्यकर्ताओं की गिरफ्तारी से नाराज पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (पीएफआई) ने शुक्रवार को ‘केरल बंद’ का आह्वान किया है. ‘केरल बंद’ का सबसे ज्यादा असर राज्य के मुस्लिम इलाकों में देखा गया. कई जगहों पर, पीएफआई ने जबरन लोगों की दुकानें बंद करवायी.
ईडी और राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने गुरुवार को संयुक्त अभियान के तहत उनके नेतृत्व के शीर्ष अधिकारियों समेत 19 पीएफआई कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार किया गया. केरल पुलिस के व्यापक इंतजाम और सख्त कार्रवाई की चेतावनी के बावजूद पीएफआई के कार्यकर्ताओं ने जमकर हंगामा किया और कई जगहों पर पथराव किया.
राज्य के स्वामित्व वाले केरल राज्य सड़क परिवहन निगम की कई बसों पर पत्थरों से हमला किया. संपत्ति के नुकसान के अलावा, केएसआरटीसी स्टाफ के कुछ सदस्यों को हिंसक घटनाओं में चोटें आई हैं. पीएफआई कार्यकर्ताओं ने निजी वाहनों को भी नहीं बख्शा और उसमें भी तोड़फोड़ की.
कोल्लम में, संदिग्ध पीएफआई कार्यकर्ताओं ने दोपहिया वाहनों से दो ऑन-ड्यूटी पुलिसकर्मियों को टक्कर मार दी, जिससे वे घायल हो गए. कोवलम में प्रसिद्ध अंतरराष्ट्रीय पर्यटन स्थल पर भी अधिकांश दुकानें बंद रहीं. हालांकि, कोट्टायम जिले में पुलिस ने प्रदर्शन कर रहे पांच कार्यकर्ताओं को हिरासत में ले लिया है.
-आईएएनएस/ भारत एक्सप्रेस
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