फोटो- UP Police
Agra News: उत्तर प्रदेश के आगरा से खाकी को दागदार करती खबर सामने आ रही है. यहां पर प्रशिक्षु महिला दारोगा के साथ अश्लील हरकतें करने व रात में कमरे में बुलाने के आरोप में एक इंस्पेक्टर को निलंबित कर दिया गया है. महिला दारोगा ने इंस्पेक्टर की इस हरकत की शिकायत पुलिस कमिश्नर से की थी. इसी के बाद आगरा के एत्माउद्दौला थाना प्रभारी इंस्पेक्टर दुर्गेश मिश्रा और वरिष्ठ उप निरीक्षक अमित प्रसाद को रविवार को डीसीपी सिटी ने निलंबित कर दिया.
प्रशिक्षु महिला दारोगा ने पुलिस कमिश्नर जे रविन्द्र गौड से न्याय की गुहार लगाते हुए इंस्पेक्टर की हरकत के बारे में बताया था. महिला दारोगा ने आरोप लगाया था कि इंस्पेक्टर उसे रात में अपने कमरे में बुलाते हैं और अश्लील हरकत करते हैं. मना करने पर वह धमकी दे रहे हैं. इसी के बाद डीसीपी सिटी सूरज कुमार ने एसीपी एत्मादपुर से जांच कराई. जांच में प्रथम दृष्ट्या आरोप सही पाए जाने के बाद ही इंस्पेक्टर दुर्गेश मिश्रा के साथ ही एसएसआई अमित प्रसाद पर कार्रवाई की गई है.
अविवाहित है महिला दारोगा
मीडिया सूत्रों के मुताबिक महिला दारोगा अविवाहित हैं. इंस्पेक्टर के व्यवहार से महिला दरोगा खुद को थाने में असुरक्षित महसूस कर रही थीं. इसके बाद उनको एत्माउद्दौला से हरीपर्वत सर्किल में स्थानांतरित किया गया है यहां पर उनको मार्च में तैनाती मिली थी. फिलहाल दोनों आरोपियों के विरुद्ध विभागीय जांच भी कराई जा रही है.
जेल भेजे जाने की मांग
महिला दारोगा के साथ हुई इस घटना के बाद इलाके में इंस्पेक्टर के खिलाफ लोगों ने विरोध शुरू कर दिया है. लोगों का कहना है कि जब वह अपनी साथी महिला के साथ इस तरह की हरकत कर रहे हैं तो फिर वह अन्य महिलाओं व लड़कियों के साथ भला कैसा व्यवहार करेंगे. घटना को लेकर जन प्रहरी संस्था के संयोजक नरोत्तम शर्मा ने कहा कि महिला पुलिस कर्मी थाने में सुरक्षित नहीं हैं. इंस्पेक्टर, एसएसआई व चौकी इंचार्ज महिला आरक्षियों से लेकर प्रशिक्षु महिला दरोगाओं का उत्पीड़न करते हैं. कई बार लोकलाज के भय से महिला पुलिसकर्मी शिकायत दर्ज नहीं करातीं. उन्होंने आगे कहा कि इस तरह के लोगों को जेल भेज देना चाहिए ताकि कोई अन्य पुलिसकर्मी इस तरह की हरकत न कर सके व महिला पुलिसकर्मी खुद को सुरक्षित महसूस कर सकें.
-भारत एक्सप्रेस