नेताजी के आर्शीवाद के बाद डिपंल यादव ने किया नामांकन
सपा को जन्म देने वाले मुलायम सिंह यादव की मृत्यु के बाद मैनपुरी लोकसभा सीट पर उपचुनाव की तैयारी जोरों शोरों पर है. इसी बीच समाजवादी पार्टी से उम्मीदवार और अखिलेश यादव कि पत्ती डिंपल यादव ने अपना नामांकन कर दिया है. इस दौरान डिंपल यादव उनके साथ अखिलेश यादव समेत प्रोफेसर रामगोपाल यादव और तेज प्रताप यादव मौजूद रहें. पत्नी डिंपल यादव के नामांकन के बाद अखिलेश ने कहा कि ये नेताजी की यादों का चुनाव है, और इसमें अब तक की सबसे बड़ी जीत होगी. इस दौरान पत्रकारों ने उनसे शिवपाल यादव को लेकर सावल किया तो उन्होने कहा कि ‘नामांकन सादगी से करने आए थे, हम साथ हैं’.
नेताजी मुलायम सिंह का लिया आर्शीवाद
मैनपुरी से उम्मीदवार अखिलेश यादव की पत्नी डिंपल यादव ने नामांकन करने से पहले नेताजी मुलायम सिंह का आर्शीवाद लिया है. डिंपल और अखिलेश ने सबसे पहले मुलायम सिंह यादव की समाधि स्थल पर जाकर उन्हें श्रद्धांजलि दी. इस दौरान रामगोपाल यादव ने मीडिया से बता करते हुए बीजेपी पर हमला बोला. उन्होने कहा कि, ‘बीजेपी बड़े-बड़े दावे कर रही है लेकिन नतीजे आएंगे तो उसके ये सारे दावे हवा हो जाएंगे’.
चाचा शिवपाल और आदित्य यादव नहीं हुए शामिल
मुलायम सिंह के समाधि स्थल के अलावा नामांकन के दौरान भी चाचा शिवपाल यादव और उनके बेटे आदित्य यादव भी नहीं दिखाई दिए. जिसके बाद लोगों ने एक बार फिर यादव परिवार में फूट आशंका जताने शुरू कर दिया. वहीं नामांकन से पहले रामगोपाल ने कहा था कि शिवपाल यादव से पूछ कर ही उपचुनाव में डिंपल यादव को प्रत्याशी बनाया गया है. इसके साथ ही उन्होने ये भी कहा था कि शिवपाल और आदित्य शामिल होंगे. लेकिन वो हुए नहीं.
पहले बैरियर पर ही डिंपल की गाड़ी को रोका
डिंपल यादव की गाड़ी को नामांकन स्थल के पहले बैरियर पर ही रोक दिया गया था. वहां डिंपल यादव पैदल नामांकन करने पहुंची. इसके साथ ही अखिलेश यादव, रामगोपाल यादव, तेज प्रताप यादव और प्रस्तावकों को ही एंट्री दी गई. वहीं धर्मेंद्र यादव और उनके पिता अभय राम यादव को भी कलेक्ट्रेट के मुख्य गेट पर रोक दिया गया. इसके अलावा सुरक्षाकर्मियों पर भी प्रवेश की अनुमति नहीं दी गई.
– भारत एक्सप्रेस