Anantnag Encounter
Anantnag Encounter: दक्षिण कश्मीर के अनंतनाग जिले में पिछले 5 दिनों से आतंकियों की तलाश में सर्च ऑपरेशन चलाया जा रहा है. गोलीबारी और विस्फोट से गडोल वन क्षेत्र थर्रा रहा है. सेना के जवान जंगलों में छिपे आतंकियों पर कड़ी नजर रख रही है. सुरक्षा बल ड्रोन और हेलिकॉप्टर से तलाशी अभियान को अंजाम दे रही है. बताया जा रहा है कि बुधवार को हुए मुठभेड़ के बाद सभी आतंकी जंगल में भाग गए. इस मुठभेड़ में 2 अधिकारियों और एक पुलिस उपाधीक्षक के शहीद हो गए थे.
12 सितंबर की रात से तलाशी अभियान जारी
भारतीय सेना और जम्मू-कश्मीर पुलिस की एक संयुक्त टीम ने गडोल के जंगलों में आतंकवादियों की मौजूदगी के बारे में जानकारी मिलने के बाद 12-13 सितंबर की रात को तलाशी अभियान चलाया. हालांकि, बाद में उन्हें सूचना मिली कि आतंकवादी एक पहाड़ी की चोटी पर एक गुफा में छिपे हुए हैं.
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गुफा तक पहुंचने का रास्ता संकरा
जब सुरक्षा बल उनके ठिकाने के पास पहुंचे तो आतंकवादियों ने गोलीबारी शुरू कर दी . इस दौरान कर्नल मनप्रीत सिंह, मेजर आशीष ढोंचक और डीएसपी हुमायूं भट गोली लगने से घायल हो गए. बाद में इलाज के दौरान उन्होंने दम तोड़ दिया. अगले दिन दो और जवान घायल हो गए और उनमें से एक की अस्पताल में मौत हो गई. एक अन्य जवान लापता बताया जा रहा है. जिस पहाड़ी गुफा में आतंकवादी छिपे हुए हैं, वहां तक का रास्ता बहुत संकरा है. आतंकी इसी का फायदा उठाकर सेना पर हमला कर रहा है.
वेल ट्रेंड है आतंकवादी
इसके अलावा, आतंकवादी वेल ट्रेंड है और अच्छी तरह से तैयार होकर आए थे. मुठभेड़ पांच दिन से जारी है, ऐसा लगता है कि उन्होंने कई दिनों तक चलने लायक पर्याप्त भोजन और गोला बारूद जमा कर रखा था. सुरक्षा बल अब आतंकवादियों के सटीक स्थान का पता लगाने और उन पर हमला करने के लिए ड्रोन, रॉकेट लॉन्चर और हेलीकॉप्टर सहित उच्च तकनीक वाले सैन्य उपकरणों का उपयोग कर रहे हैं.