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Gyanvapi Survey Case: उत्तर प्रदेश के वाराणसी में स्थित ज्ञानवापी परिसर (Gyanvapi) में चल रहे भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (ASI) का सर्वे कार्य पूरा हो गया है. तो वहीं सर्वे के सम्बंध में रिपोर्ट जमा करने के लिए ASI ने कोर्ट से 15 दिनों का अतिरिक्त समय देने को लेकर आवेदन किया था और इसको लेकर मांग की थी, जिसपर कोर्ट ने सुनवाई करते हुए रिपोर्ट जमा करने के लिए अब 10 दिनों का आतिरिक्त समय दे दिया है और इसको लेकर तारीख भी तय कर दी गई है.
इस सम्बंध में हिंदू पक्ष के वकील मदन मोहन यादव ने मीडिया को जानकारी दी कि तकनीकी रिपोर्ट नहीं आने के कारण एएसआई ने और समय की मांग की थी. उन्होंने बताया कि इस मामले में शनिवार को सुनवाई हुई है, जिसमें जिला न्यायमूर्ति ए.के. विश्वेश ने एएसआई को 28 नवंबर तक अपनी रिपोर्ट सौंपने को कहा है. हिंदू पक्ष के वकील ने आगे जानकारी दी कि बीते दो नवंबर को एएसआई ने आर्कियोलॉजिस्ट सर्वे, फोटोग्राफर व अन्य तकनीकी विशेषज्ञों के उपलब्ध डेटा का विश्लेषण करके रिपोर्ट तैयार कर इसे दाखिल करने के लिए 15 दिन का समय मांगा था, जिसे जिला जज ने स्वीकार कर लिया है. मालूम हो कि ज्ञानवापी में सर्वे करने वाली टीम में एएसआई के देशभर के विशेषज्ञ सम्मिलित हुए थे. मालूम हो कि सर्वे के माध्यम के एएसआई को अपनी रिपोर्ट के माध्यम से ये तथ्य सामने लाना है कि क्या ज्ञानवापी में मंदिर को गिराकर कर उसके ऊपर मस्जिद बनाई गई है या नहीं? इसी को लेकर सर्वे किया गया है.
गौरतलब है कि ज्ञानवापी में जारी सर्वे कार्य को लेकर दो नवंबर को एएसआई ने कोर्ट को जानकारी दी थी कि उसने सर्वेक्षण कार्य पूरा कर लिया है, लेकिन सर्वेक्षण कार्य में उपयोग किए गए उपकरणों के विवरण के साथ रिपोर्ट संकलित करने में कुछ और समय लग सकता है. इस पर कोर्ट ने सम्बंधित दस्तावेजों की रिपोर्ट को जमा करने के लिए 17 नवंबर तक का अतिरिक्त समय दे दिया था. इसके बाद कोर्ट ने पांच अक्टूबर को एएसआई को चार हफ्ते का और अतिरिक्त समय दिया था. इसी के साथ सर्वे के समय को लेकर कहा था कि, सर्वे का समय इससे ज्यादा नहीं बढ़ाया जा सकता है.
-भारत एक्सप्रेस