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Ayodhya: रामनवमी पर पूरे नौ दिन मनाया जाएगा श्रीराम जन्म महोत्सव, घर-घर बजेगी ढोलक, गाए जाएंगे बधाई गीत, “रन फॉर राम” का होगा आयोजन

Ram Navami: रामनवमी के अवसर पर श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट की ओर से कार्यक्रमों की रूपरेखा जारी कर दी गई है. पूरे नौ दिन तक राम की पैड़ी पर सांस्कृतिक व धार्मिक कार्यक्रमों का आयोजन किया जाएगा.

रामलला

Ram Navami: रामनवमी पर इस बार अयोध्या में खास कार्यक्रमों का आयोजन होने जा रहा है. पूरे नौ दिन श्रीराम जन्म महोत्सव मनाया जाएगा और राम की पैड़ी पर धार्मिक कार्यक्रमों के साथ ही सास्कृतिक कार्यक्रमों का भी आयोजन किया जाएगा. इसी के साथ घर-घर परम्परागत ढोलक व बधाई व सोहर गीतों का आयोजन किया जाएगा.

कार्यक्रम को लेकर श्रीराम जन्म भूमि के मुख्य पुजारी आचार्य सतेंद्र दास ने बताया कि राम जन्मोत्सव पर रामलला को पंचामृत से अभिषेक किया जाएगा व रामलला को अद्भुत और अलौकिक पोशाक पहनाई जाएगी. सूखी धनिया, रामदाना एवं सिंघाड़ा और कुट्टू के आटे से निर्मित पंजीरी के साथ रामलला को छप्‍पन भोग अर्पित किया जाएगा. इस बार बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं के पहुंचने की सम्भावना जताई जा रही है. उन्होंने बताया कि श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट ने कार्यक्रम को लेकर अधिकृत पोस्टर जारी कर दिया है. 21 मार्च से 30 मार्च तक अयोध्या में श्रीराम जन्म महोत्सव मनाया जाएगा. सुबह 5:30 बजे से कार्यक्रम शुरू हो जाएंगे. सुबह से ही यहां क्रीड़ा समारोह शुरू हो जाएगा. 9 दिन तक भजन संध्या का आयोजन होगा. शाम 4:00 बजे से धार्मिक अनुष्ठान राम की पैड़ी पर शुरू हो जाएंगे. प्रत्येक दिन शाम 4:00 बजे से 10:00 बजे तक सांस्कृतिक समारोह का आयोजन होगा.

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मानस पाठ, श्री राम कथा प्रवचन, संगीत संध्या, शास्त्रीय सुगम संगीत, बधाई गांव बाध प्रस्तुतियां, रामायण आधारित नाट्य प्रस्तुति, रामचरितमानस जयंती और कवि सम्मेलन का आयोजन होगा. क्रीडा समारोह में सुबह 5:30 से 9:00 बजे तक भजन संध्या का आयोजन होगा. राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के द्वारा गठित श्रीराम जन्म महोत्सव समिति कार्यक्रमों का आयोजन कराएगी. 

नवसंवत्सर पर लोगों को दिया जाएगा हल्दी व अक्षत

भारतीय नवसंवत्सर (हिंदी नववर्ष) पर भी भव्य आयोजन होगा. इसकी पूर्व संध्या पर रामकोट की परिक्रमा होगी, जिसमें वरिष्ठ संत धर्माचार्य और धार्मिक, सामाजिक सास्कृतिक संगठनों के गणमान्य शामिल होंगे. इसके लिए शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों मे संपर्क अभियान चलाया जा रहा है. प्राचीन पद्धति के अनुसार हल्दी अक्षत देकर नौ दिवसीय कार्यक्रम मे समिति लोगों को आमंत्रित करेगी. बता दें कि राम मंदिर निर्माण कार्य तेजी से चल रहा है. बताया जा रहा है कि निर्माण कार्य 70 प्रतिशत पूरा हो चुका है. 2024 की मकरसंक्रांति पर लोगों के लिए राम मंदिर खोल दिया जाएगा और रामलला अपने स्थाई भवन में विराजमान हो जाएंगे.

-भारत एक्सप्रेस

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