ओडिशा के बालासोर में हुए भीषण ट्रेन हादसे के बाद अब पटरियों से मलबे को हटाने का काम युद्धस्तर पर शुरू हो गया है. करीब एक हजार मजदूरों को लगाया गया है. साथ ही पटरियों को तेजी के साथ बिछाया जा रहा है. इसके अलावा 90 ट्रेनों को रद्द कर दिया है और 46 ट्रेनों का रूट बदला गया है. रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने खुद शनिवार की रात मौके पर मौजूद रहकर मरम्मत कार्य का जायजा लिया. रेल मंत्री ने निर्देश दिए हैं कि काम को तेजी के साथ पूरा कराया जाए. मलबा हटाने के लिए 5 जेसीबी, 7 पोलकेन मशीन और दो बड़ी क्रेनों को लगाया गया है.
जानकारी के मुताबिक, पांच जून तक ट्रैक को ठीक करने के साथ ही मलबे को पूरी तरह से हटा दिया जाएगा. वहीं हावड़ा-चेन्नई रूट की करीब 90 ट्रेनों को रद्द कर दिया गया है और 46 का रूट बदला गया है. रविवार को स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया हादसे के पीड़ितों से अस्पताल में मुलाकात करेंगे.
अधिकारियों ने जानकारी देते हुए बताया कि, शनिवार रात से ही मलबे को हटाने का काम तेजी के साथ चल रहा है. एक हजार मजदूरों को लगाया गया है. साथ ही क्षतिग्रस्त हुईं पटरियों को दोबारा बिछाया जा रहा है. जल्द ही ट्रेन सेवाएं दोबारा शुरू कर ने की कोशिश की जा रही है. गौरतलब है कि ओडिशा के बालासोर में हुए ट्रेन हादसे में 288 लोगों की मौत हो गई और 1100 से ज्यादा लोग घायल हो गए थे. घायलों का अस्पताल में इलाज चल रहा है. रेलवे की तरफ से बताया गया कि 793 लोगों को अस्पतालों से छु्ट्टी दे दी गई है. इसके अलावा 382 लोगों का इलाज किया जा रहा है. कुछ लोगों की हालत गंभीर बनी हुई है.
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हादसे के बाद प्रधानमंत्री ने घटनास्थल का दौरा किया था. पीएम मोदी ने अस्पताल में जाकर घायलों से मुलाकात की थी, और हादसे में मरने वालों के परिजनों को मुआवजा देने की घोषणा की थी. साथ ही कहा था कि हादसे की उच्चस्तरीय जांच कराई जाएगी. जो भी दोषी होंगे उनके खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई होगी.
-भारत एक्सप्रेस