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UP Police: खाकी पर दाग! 6 पुलिस कर्मी फरार, हाजिर न होने पर लिया गया ये बड़ा एक्शन, जाने क्या है मामला

Bareilly: मृतक के भाई ने आरोप लगाया था कि, संतोष के सिर पर राइफल की बट से प्रहार किया गया था और उसे मरा समझकर आरोपी सिपाही भाग गए थे व दो दिन बाद उसकी अस्पताल में मौत हो गयी थी.

UP Police

फोटो-सोशल मीडिया

UP Police: वैसे तो अक्सर ही यूपी पुलिस पर सवाल खड़े करती खबरें सामने आती रहती हैं, लेकिन बरेली से सामने आए चौंका देने वाले मामले में आरोपी पुलिस कर्मियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की गई है. बता दें कि यहां पर 10 नवम्बर को हुई एक किसान की हत्या के मामले में आरोपी उप निरीक्षक टिंकू कुमार व नेपाल सिंह, सिपाही दीपक, पुष्पेंद्र राना, मनोज, अंकित व एंबुलेंस चालक विजय को फरार घोषित कर दिया गया है. वहीं आरोपियों के घर पर गिरफ्तारी या हाजिर न होने की स्थिति में अदालत के आदेश पर आरोपियों की संपत्ति कुर्क करने का नोटिस चस्पा कर दिया गया है.

इस सम्बंध में शुक्रवार को एक पुलिस अधिकारी ने मीडिया को जानकारी दी. उन्होंने बताया कि सभी आरोपियों के घर पर गिरफ्तारी या हाजिर नहीं होने की स्थिति में अदालत के आदेशानुसार उनकी संपत्ति कुर्की का नोटिस चस्पा कर दिया गया है. बता दें कि बरेली में 10 नवम्बर को 46 वर्षीय किसान संतोष कुमार शर्मा की अस्पताल में इलाज के दौरान मौत हो गयी थी. इसके बाद मृतक किसान के परिजनों ने भमोरा थाने में शिकायत दर्ज कराई थी और आरोप लगाया था कि सरदार नगर चौकी के पुलिसकर्मियों द्वारा पिटाई के बाद किसान की मौत हो गयी. इस मामले को लेकर, जांच अधिकारी फतेहगंज पश्चिमी के थाना प्रभारी निरीक्षक धनंजय पांडेय ने मीडिया को जानकारी दी कि छह पुलिस कर्मियों समेत सातों आरोपियों को फरार घोषित कर दिया गया है और मामले में अग्रिम कार्रवाई की जा रही है. पांडेय ने आगे बताया कि संतोष के सिर पर रायफल की बट से प्रहार किया गया और उसे मरा समझकर आरोपी भाग गए थे व दो दिन बाद 10 नवंबर को संतोष की अस्पताल में मौत हो गयी थी.

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जुआरियों की तलाश के दौरान किसान को पीटा था पुलिस ने

बता दें कि भमोरा थाना क्षेत्र के आलमपुर जाफराबाद निवासी मृतक संतोष शर्मा के भाई कृष्ण कुमार शर्मा ने इस मामले में आरोप लगाया था कि आरोपी पुलिसकर्मी निजी एंबुलेंस से जुआरियों की तलाश में गांव पहुंचे थे, लेकिन तब तक जुआरी भाग चुके थे. इसी दौरान वहां से संतोष खेत से लौटते वक्त निकल रहा था. इस पर पुलिस ने संतोष से जुआरियों के बारे में पूछा तो संतोष ने कहा कि उसे जुआरियों के बारे में कोई जानकारी नहीं है. इस पर पुलिस ने उसे पीटना शुरू कर दिया. कृष्ण कुमार शर्मा ने आरोप लगाया कि पुलिस ने संतोष पर आरोप लगाते हुए पीटना शुरू कर दिया कि, वह जुआरियों का नाम छिपा रहा है और उसे इतना मारा की उसकी जान ले ली. कृष्ण कुमार ने बताया कि, संतोष को रायफल की बट से सिर पर हमला किया गया था और फिर उसे मरा समझकर सिपाही छोड़कर भाग गए थे. वो तो उसने शोर मचाया तो उसकी आवाज सुनकर गांव वाले दौड़े तो आरोपी पुलिसकर्मी भाग गए.

पोस्टमार्टम रिपोर्ट में पुलिस की बर्बरता आई सामने

बता दें कि किसान की सामने आई पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में आरोपियों की बर्बरता की कहानी सामने आई. इस सम्बंध में पुलिस अधिकारी ने बताया है कि संतोष की मृत्यु व प्राथमिकी दर्ज होने की जानकारी होते ही आरोपी पुलिसकर्मी भाग गए थे. आरोपियों की तलाश की गई लेकिन कोई पकड़ में नहीं आ सका. 23 नवंबर को पुलिस ने अदालत से आरोपियों के विरुद्ध गैर जमानती वारंट लिए लेकिन गिरफ्तारी नहीं हो सकी. इस सम्बंध में बरेली के पुलिस अधीक्षक (ग्रामीण) मुकेश चंद्र मिश्रा ने बताया कि काफी प्रयास के बाद भी आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं हो सकी. पुलिस ने मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी (सीजेएम) को इससे अवगत कराया तो अदालत ने कुर्की का नोटिस जारी किया. आरोपियों की गिरफ्तारी या हाजिर न होने पर अदालत के आदेश के मुताबिक उनकी संपत्ति की कुर्की का नोटिस चस्पा कर दिया गया है.

-भारत एक्सप्रेस

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