IGI हवाईअड्डे ( प्रतीकात्मक तस्वीर)
आईजीआई हवाईअड्डे पर सक्रिय दलालों के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की गई है. आईजीआई एयरपोर्ट की टीम ने दलालों का भंडाफोड़ किया है. आईजीआई हवाई अड्डे की टीम अकेले अगस्त में दलाली के कुल 51 मामले दर्ज किए गए. कार्रवाई के दौरान 73 व्यक्तियों को गिरफ्तार किया गया. बता दें कि आगामी जी-20 शिखर सम्मेलन के मद्देनजर पीएस आईजीआई एयरपोर्ट की टीम एक्शन में है. अमित मलिक की शिकायत पर बड़ी कार्रवाई की गई है.
अपनी शिकायत में उन्होंने कहा कि एक भारतीय यात्री जतिंदर सिंह सर्बिया के लिए प्रस्थान आप्रवासन की मांग करते हुए आप्रवासन काउंटर पर आए. दस्तावेजों की जांच के दौरान पता चला कि उसके पासपोर्ट पर चिपका हुआ सर्बियाई विजिट वीज़ा (नंबर A0996388, 27/09/2023 तक वैध) नकली था. कोई सुरक्षा सुविधाएं नहीं थीं. जतिंदर सिंह ने 8,00,000 रुपये के भुगतान पर नकली वीजा की व्यवस्था की थी. जिसका भुगतान उन्होंने अकाउंट ट्रांसफर के माध्यम से किया. नकली दस्तावेज मिलने के बाद जतिंदर सिंह को गिरफ्तार कर लिया गया और गहन पूछताछ की गई.
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पूछताछ के दौरान हुआ खुलासा
पूछताछ के दौरान खुलासा हुआ कि एक एजेंट समीर बाबा ने सर्बियाई शेंगेन वीज़ा के लिए उनसे संपर्क किया. समीर बाबा ने कूरियर के माध्यम से सुनील सेन भाई को पैक्स का पासपोर्ट भेजा. एक और एजेंट आगा खान ने फर्जी वीजा जुटाया. सुनील सेन भाई ने पासपोर्ट चिपकाया और आईजीआई हवाई अड्डे पर पैक्स को सौंप दिया. टीम ने एजेंट आगा खान की पहचान की और उसे ओखला, नई दिल्ली से गिरफ्तार कर लिया. फिलहाल टीम समीर बाबा की तलाश में जुटी है.
इसके बाद इमीग्रेशन रैकेट का भंडाफोड़ हुआ है. इमीग्रेशन धोखाधड़ी में शामिल 2 एजेंटों को आईजीआई एयरपोर्ट की टीम ने गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की है. जतिंदर के खिलाफ पीएस में शिकायत दर्ज की गई थी. अमित कुमार खेंची, दीपक उर्फ दिव्यांश ,डिंगर माजरा, कमल और एजेंट मनदीप सिंह को पुलिस ने गिरफ्तार किया है.
-भारत एक्सप्रेस
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