तेजस्वी यादव
Bihar Assembly: बिहार विधानमंडल के मानसून सत्र के पहले दिन विधानसभा में बीजेपी ने उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव के इस्तीफे की मांग करते हुए हंगामा किया. भाजपा ‘नौकरी के बदले जमीन’ घोटाला मामले में तेजस्वी के खिलाफ सीबीआई के चार्जशीट दायर किए जाने के बाद उनके इस्तीफे की मांग कर रही है.
मानसून सत्र के पहले दिन सदन की कार्यवाही शुरू होते ही बीजेपी के व्हिप चीफ जनक राम तेजस्वी यादव के इस्तीफे की मांग करने लगे. उस समय तेजस्वी मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के साथ बैठे हुए थे. बिहार विधानसभा में विपक्ष के नेता विजय कुमार सिन्हा ने सदन के बाहर मीडियाकर्मियों से बात करते हुए कहा, ‘‘मौके की गंभीरता को देखते हुए हमने आज इस मामले पर जोर नहीं दिया. लेकिन शेष सत्र के दौरान हम सरकार को भ्रष्टाचार पर सफाई देने के लिए मजबूर करेंगे.’’भाजपा नेता ने आरोप लगाया, ‘‘ऐसा लगता है कि मुख्यमंत्री ने भ्रष्टाचार के साथ समझौता कर लिया है. उन्हें अपने कृत्यों और चूक के लिए जिम्मेदार ठहराया जाएगा.’’
इससे पहले, नीतीश को तेजस्वी यादव और उनके बड़े भाई तथा कैबिनेट मंत्री तेज प्रताप यादव के साथ अपनी कार में विधानसभा पहुंचने को उनकी ओर से इस संदेश के रूप में देखा जा रहा है कि महागठबंधन में सबकुछ ठीक है जिसमें यादव बंधुओं के पिता लालू प्रसाद द्वारा स्थापित राजद सबसे बड़ा घटक दल है.
पत्रकारों पर भड़के नीतीश
नीतीश पुराने सचिवालय भवन से विधानसभा पहुंचे थे, जहां उन्होंने राज्य स्तरीय अभियान वन महोत्सव के हिस्से के रूप में एक पौधा रोपा. वहीं सीएम नीतीश से सत्र के दौरान सरकार को घेरने की भाजपा की योजना के बारे में सवाल किया गया तो उन्होंने जवाब दिया, ‘‘अब इसे छोड़ दें. ऐसा लगता है कि आप लोगों को एक पार्टी ने हाईजैक कर लिया है.’’
बता दें कि ‘नौकरी के बदले जमीन घोटाला’ उस समय का है जब लालू प्रसाद रेल मंत्री थे. हालांकि, उस समय तेजस्वी खुद नाबालिग थे. तेजस्वी जब 2017 में उपमुख्यमंत्री थे, तब उनका नाम ‘होटल के बदले भूमि घोटाले’ में सामने आया था और नीतीश ने उस विवाद से नाराज होकर राजद-कांग्रेस गठबंधन से नाता तोड़ लिया था और भाजपा के साथ एक नई सरकार बनाई थी.
-भारत एक्सप्रेस
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