डॉ. राजेश्वर सिंह, बीजेपी विधायक, सरोजनीनगर
बांग्लादेश में शेख हसीना की सरकार का तख्तापलट होने के बाद से अल्पसंख्यकों, खासकर हिंदुओं को निशाना बनाया जा रहा है. उनके घरों, प्रतिष्ठानों और मंदिरों को तोड़ा जा रहा है, महिलाओं पर अत्याचार हो रहा है, जिसको लेकर भारत लगातार विरोध दर्ज करा रहा है, इसी कड़ी में लखनऊ की सरोजनीनगर विधानसभा में हिंदू संगठनों की ओर से निकाली गई जन आक्रोश रैली में बीजेपी विधायक राजेश्वर सिंह ने शामिल होकर आक्रोश जताया. इसके साथ ही सोशल मीडिया पर एक पोस्ट शेयर करते हुए हिंदुओं की स्थिति पर प्रकाश डाला है.
8.5% रह गई है हिंदुओं की आबादी
उन्होंने एक्स पर लिखा, “1947 में जहां हिंदू आबादी 30% थी, वह अब घटकर मात्र 8.5% रह गई है. 1971 के नरसंहार में 30 लाख हिंदू मारे गए या विस्थापित कर दिए गए. यह जनसांख्यिकीय असंतुलन के गंभीर प्रभावों का स्पष्ट प्रमाण है!! वहां की सरकार ने सेक्युलरिज्म का शब्द ख़तम कर बांग्लादेश को इस्लामिक देश में बदल दिया, जो निंदनीय है.
भेदभावपूर्ण ‘वेस्टेड प्रॉपर्टी एक्ट’ के कारण 60% हिंदू भूमिहीन हो गए हैं. हर साल 2 लाख से अधिक हिंदू बांग्लादेश छोड़ने पर मजबूर हैं. 1964 से 2013 के बीच 1 करोड़ से अधिक हिंदू धार्मिक उत्पीड़न के कारण बांग्लादेश से पलायन कर चुके हैं. 2011 की जनगणना के अनुसार, 2000-2010 के बीच 10 लाख हिंदू गायब हो गए.
500 से अधिक मंदिरों को नष्ट किया गया
2013 से अब तक हिंदुओं पर 4,000 से अधिक हमले हो चुके हैं. पिछले 22 वर्षों में 500 से अधिक मंदिरों को नष्ट किया गया है. हिंदू लड़कियों के रेप और अपहरण की अनगिनत घटनाएं इस उत्पीड़न की भयावहता को दर्शाती हैं.
इस्कॉन, ऐसा संस्थान जो मानवता की सेवा, सांस्कृतिक संरक्षण और शांति के लिए समर्पित है, जो 150 देशों में करोड़ों भक्तों से जुड़ा है, जिसके दुनियाभर में 1000 से अधिक मंदिर और 550 शहरों में केंद्र हैं, उसके समर्पित सदस्यों को निशाना बनाना बेहद निंदनीय है.
बांग्लादेश में हिंदुओं का अस्तित्व आज गंभीर संकट में है।
1947 में जहां हिंदू आबादी 30% थी, वह अब घटकर मात्र 8.5% रह गई है। 1971 के नरसंहार में 30 लाख हिंदू मारे गए या विस्थापित कर दिए गए। यह जनसांख्यिकीय असंतुलन के गंभीर प्रभावों का स्पष्ट प्रमाण है!! वहां की सरकार ने… pic.twitter.com/TzygsTfIjf
— Rajeshwar Singh (@RajeshwarS73) December 3, 2024
चिन्मय दास प्रभु जी सहित 4 ब्रह्मचारियों को बिना किसी कारण गिरफ्तार करना और 16 सदस्यों के बैंक खाते जब्त कर लेना न केवल उनके संवैधानिक अधिकारों का हनन है, बल्कि धार्मिक स्वतंत्रता पर भी सीधा प्रहार है.
जन आक्रोश यात्रा में शामिल हुए राजेश्वर सिंह
इसी क्रम में आज सरोजनीनगर में हिंदू रक्षा समिति और विश्व हिंदू परिषद के तत्वावधान में आयोजित जन आक्रोश पदयात्रा में प्रतिभाग किया. हिंदू संगठनों, संन्यासियों, गुरुकुल के विद्यार्थियों और हिंदू समाज के लोगों ने यह स्पष्ट संदेश दिया कि हिंदू समाज अब अन्याय नहीं सहेगा.
हमें अंतरराष्ट्रीय मंचों पर हिंदुओं की सुरक्षा के लिए आवाज उठानी होगी. बांग्लादेश में हो रहे इन अत्याचारों को रोकने और भेदभावपूर्ण कानूनों को समाप्त करने की मांग करनी होगी.
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तमाम देशों में हिन्दुओं की घटती आबादी पर चिंता का विषय है, पकिस्तान में 10% से 2% और अफगानिस्तान में 1% से भी कम हिन्दू रह गए हैं, अवैध धर्मान्तरण या घुसपैठ के कारण डेमोग्राफिक बदलाव, देश की अखण्डता, एकता के लिए ठीक नहीं है, चिंतनीय है. चाहे उत्तरप्रदेश हो चाहे केरला हो, चाहे जम्मू कश्मीर हो सब जगह हिन्दुओं की आबादी घटी है, उत्तर प्रदेश में 1951 से 2011 तक 5% तक कम हुई है, केरला में 1951 से 2011 तक 14% की कमी हुई है, हम सब को इसकी चिंता करनी है. हिंदुओं की सुरक्षा केवल एक समुदाय का मुद्दा नहीं, बल्कि मानवता के अस्तित्व का प्रश्न है.”
-भारत एक्सप्रेस
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