खिलाड़ियों के साथ आचार्य प्रशांत
Boxing Competition: गौतम बुद्ध यूनिवर्सिटी में बॉक्सिंग फेडरेशन ऑफ इंडिया की ओर से 7वीं एलिट नेशनल महिला बॉक्सिंग प्रतियोगिता आयोजित की गई थी. इस प्रतियोगिता का शुभारंभ प्रशांत अद्वैत फाउंडेशन के संस्थापक और पूर्व सिविल सेवा अधिकारी आचार्य प्रशांत ने अपनी प्रेरणादायक स्पीच के साथ किया.
उन्होंने कहा कि पुरुष व महिलाओं की शारीरिक बनावट में कोई खास अंतर नहीं होता, बस महिलाएं अपने आपको दुर्बल मान लेती हैं. इसका उन्हें लाभ भी मिलता है. वह पूरी तरह पुरुषों पर आश्रित हो जाती हैं यह उनके लिए दुर्भाग्य की बात भी है. जिस दिन देश की आधी आबादी मजबूत होकर सामने आ जायेगी किसी में इतनी हिम्मत नहीं है कि वह महिलाओं का शोषण कर सके.
प्रशांत अद्वैत फाउंडेशन के संस्थापक आचार्य प्रशांत ने कहा कि जिस दिन महिलाएं आत्मनिर्भर बन जाएंगी तब उनमें निडरता भी आ जाएगी तथा कोई उनका मानसिक व शारीरिक शोषण भी नहीं कर पायेगा. उन्होंने बताया कि महिला बॉक्सिंग को अंतरराष्ट्रीय मंच पर आने में कई दशक लग गए और आज यह बॉक्सिंग रिंग महिलाओं की शक्ति का प्रतीक है. इस तक पहुंचने में बहुत लंबी यात्रा रही है. सभी महिला एथलीट को उन्होंने शुभकामना और बधाई दी और पहली फाइट से पहले खिलाड़ियों को अपनी बेस्टसेलर पुस्तक ‘स्त्री’ देकर मैच की शुरुआत की.