रामचरितमानस की प्रतियां जलाई गईं (वीडियो का ग्रैब)
Ramcharitmanas Controversy: समाजवादी पार्टी के नेता स्वामी प्रसाद मौर्य के बयान समर्थन में रविवार को रामचरितमानस की प्रतियां जलाने के मामले में सपा नेता सहित एक दर्जन से अधिक लोगों पर मुकदमा दर्ज हो गया है. इस मामले में 10 नामजद व कुछ अज्ञात लोगों पर मुकदमा दर्ज किया गया है. इसके अलावा पांच को गिरफ्तार भी कर लिया गया है.
रविवार को अखिल भारतीय ओबीसी समाजिक संगठन ने लखनऊ में श्रीरामचरितमानस की प्रतियां फूंकी थी और विरोध प्रदर्शन किया था. इस पर सोमवार को पुलिस ने करीब 1 दर्जन से अधिक लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है. इसमें समाजवादी पार्टी के नेता स्वामी प्रसाद मौर्य के खिलाफ भी केस दर्ज किया गया है. अल्पसंख्यक मोर्चा भाजपा के पदाधिकारी सतनाम सिंह लवी ने पीजीआई थाने में केस दर्ज करवाया है.
रामचरितमानस की प्रतियां फाड़ने, जलाने पर पीजीआई थाने में 10 आरोपियों के खिलाफ नामजद रिपोर्ट दर्ज की गई है. वहीं कुछ अज्ञात पर भी मुकदमा दर्ज हुआ है. माहौल बिगाड़ने, धार्मिक भावनाएं भड़काने की धाराओं में एफआईआर दर्ज की गई है. इसमें स्वामी प्रसाद मौर्य, यशपाल सिंह लोधी, देवेंद्र यादव, महेंद्र प्रताप यादव, नरेश सिंह, एसएस यादव, सुजीत ,संतोष वर्मा ,सलीम और सत्येंद्र कुशवाहा पर मामला दर्ज किया गया है. बताया जा रहा है कि ये सभी अखिल भारतीय ओबीसी महासभा से जुड़े हैं.
जानें क्या है पूरा मामला
स्वामी प्रसाद मौर्य ने श्रीरामचरितमानस पर विवादित टिप्पणी करते हुए कहा था कि रामचरितमानस में दलितों और महिलाओं का अपमान किया गया है. तुलसीदास ने इसे अपनी खुशी के लिए लिखा था. करोड़ों लोग इसे नहीं पढ़ते. उन्होंने सरकार से इस पर प्रतिबंध तक लगाने की मांग तक कर दी. मौर्य ने रामचरितमानस को बकवास बताते हुए इसकी कुछ चौपाइयां हटवाने की मांग की थी. इसी के बाद उन्होंने संतों व महंतों पर भी विवादित टिप्पणी की थी. इसी मुद्दे को हवा देते हुए रविवार को मौर्य के समर्थकों ने न केवल श्रीरामचरितमानस की प्रतियां फूंकी बल्कि उसे पैरों से भी रौंदा. इसके बाद पूरे प्रदेश में सियासत तेज हो गई है.
-भारत एक्सप्रेस