मणिपुर हिंसा
Manipur Video: दो मणिपुरी महिलाओं को नग्न घुमाने का वीडियो वायरल होने के कुछ दिनों बाद गृह मंत्रालय मामले को CBI को सौंप सकती है. अब तक 7 लोगों की गिरफ्तारी हो चुकी है. वहीं गुरुवार को वीडियो रिकॉर्ड करने वाले आरोपी को भी गिरफ्तार कर लिया गया है. उसके पास से वो फोन भी बरामद हुआ है, जिसका इस्तेमाल महिलाओं के साथ दरिंदगी के वक्त वीडियो रिकॉर्ड करने में इस्तेमाल किया गया था. फोन को सीबीआई के हैंडओवर कर दिया गया है. हिंसा की आग में जल रहे मणिपुर में करीब 35 हजार जवानों की तैनाती की गई. सीबीआई फोन की जांच करके सिलसिलेबार घटनाओं की जानकारी जुटाएगी.
मणिपुर पर गृह मंत्रालय की कड़ी नजर
रिपोर्टों के अनुसार, गृह मंत्रालय मैतई और कुकी दोनों समुदायों के प्रति लगातार सख्त रुख अपनाए हुए है. हिंसा प्रभावित पूर्वोत्तर राज्य में सामान्य स्थिति बहाल करने के लिए केंद्र सरकार और राज्य सरकार लगातार बातचीत कर रही है. बता दें कि 4 मई को हुई इस भयावह घटना के सिलसिले में अब तक मणिपुर पुलिस ने सात आरोपियों को गिरफ्तार किया है. मामले की तहकीकात मणिपुर से बाहर असम में किया जा रहा है.
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पीएम मोदी को भी तोड़नी पड़ी थी चुप्पी
बता दें कि वीडियो वायरल होने के बाद से देश में आक्रोश का माहौल है. पीएम मोदी को भी दो महीने से अधिक समय के बाद इस मुद्दे पर पहली बार अपनी चुप्पी तोड़नी पड़ी. मणिपुर पुलिस के अनुसार, वीडियो 4 मई को कांगपोकपी जिले के बी फीनोम गांव में शूट किया गया था, जहां गांव में तोड़फोड़ और आगजनी करने के बाद दोनों महिलाओं के साथ कथित तौर पर सामूहिक बलात्कार किया गया और परेड कराया गया. हालांकि, पुलिस ने कहा कि घटना दूसरे जिले में हुई, हालांकि एफआईआर कांगपोकपी में दर्ज की गई थी.
सरकार पर हमलावर विपक्ष
संसद के मानसून सत्र से ठीक पहले आए मणिपुर के वीडियो ने सदन में हंगामा खड़ा कर दिया है. विपक्ष लगातार पीएम मोदी से बयान की मांग कर रही है. हालांकि सरकार की ओर से गृह मंत्री सदन में बोलने की बात कही है. जारी गतिरोध के बीच विपक्ष ने दूसरा रास्ता अपनाया और सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव ला दिया.
-भारत एक्सप्रेस
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