हथिनीकुंड बैराज
Delhi Flood: देश में इनदिनों आफत की बारिश हो रही है. पहाड़ी इलाके से लेकर मैदानी इलाके तक लोग ‘जलप्रलय’ से बेहाल है. राजधानी दिल्ली भी इससे अछूता नहीं है. हालांकि, पिछले तीन दिनों से दिल्ली-NCR में बहुत गर्मी पड़ रही है. मौसम पूरी तरह साफ है. लेकिन बाढ़ का खतरा अब भी टला नहीं है. खबर आ रही है कि हथिनीकुंड बैराज के सभी फ्लड गेट खोल दिए गए और यमुना नदी में सारा पानी डायवर्ट कर दिया गया. इससे एक बार फिर दिल्ली-NCR में बाढ़ का खतरा मंडराने लगा है.
60 से 72 घंटे में दिल्ली पहुंचेगा सारा पानी
बता दें कि अगले 60 से 72 घंटों में हथिनीकुंड से छोड़ा गया सारा पानी दिल्ली तक पहुंच जाएगा. अब डर इस बात को लेकर है कि इतने पानी के बाद कहीं ना कहीं एक बार फिर दिल्ली के निचले इलाके प्रभावित हो सकते हैं. इससे पहले जब हथिनीकुंड बैराज से पानी छोड़ा गया था तो पानी दिल्ली के निचले इलाके में रहने वाले लोगों के घरों तक पहुंच गई. हालांकि, तब बारिश भी झमाझम हो रही थी. दिल्ली सरकार ने राहत और बचाव कार्य करते हुए करीब 26 हजार लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया था. बाढ़ का पानी तमाम रिहायशी इलाकों तक पहुंच गई थी. लाल किला से लेकर आईटीओ तक पानी ही पानी था. लेकिन पिछले 3-4 दिनों में यमुना का जलस्तर खतरे के निशान से नीचे आ गया है.
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दिल्ली की ओर डायवर्ट किया गया सारा पानी
गौरतलब है कि पहाड़ों पर हो रही लगातार बारिश के कारण नदियां उफान पर है. पहाड़ों से पानी नदियों के रास्ते मैदानी इलाकों में पहुंच रही है. हथिनीकुंड बैराज में पहाड़ों से आए पानी स्टोर करने की जगह नहीं बची तो सारा पानी दिल्ली की ओर डायवर्ट कर दिया गया. हालात को भांपते हुए शुरुआत में लगभग 2 लाख 9 हजार क्यूसेक पानी दिल्ली की तरफ छोड़ा गया. फिर इसे बढ़ाकर करीब 5 लाख क्यूसेक पानी छोड़ा गया. अभी यमुना नदी की बाढ़ से दिल्ली संभली भी नहीं है कि एक बार फिर बाढ़ का खतरा बढ़ गया है.
-भारत एक्सप्रेस
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