शिलांग पुस्तक मेला
भारत सरकार के नेशनल बुक ट्रस्ट ऑफ इंडिया (NBT) की ओर से मेघालय की समृद्ध साहित्यिक और सांस्कृतिक विरासत के साथ शिलांग पुस्तक मेला आयोजित किया जा रहा है. 8 अक्टूबर को इसका चौथा दिन था. इस दौरान यहां बच्चों के लिए एक दिलचस्प म्यूजिकल स्टोरी टेलिंग सेशन का आयोजन किया गया.
पुस्तक मेले में कहानीकार वसुधा आहूजा और कुणाल शांडिल्य ने बच्चों को गिटार की धुन के संग अभिनय करते हुए कहानी सुनाई. स्टेट सेंट्रल लाइब्रेरी का आडिटोरियम 500 से अधिक स्कूली बच्चों से भरा था. बच्चों ने कहानी सुनाने के इस अनोखे अंदाज को बहुत पसंद किया. उन्होंने भी कहानीकार के संग सुर से सुर मिलाया.
पुस्तक मेले का चौथा दिन
मावंगैप डिस्ट्रिक्ट क्रिश्चियन मल्टीपर्पज एचएस स्कूल की कक्षा चौथी की छात्रा डेलीगिंगकमेन लिंगदोह ने कहा, “यह पहली बार था जब मैंने म्यूजिकल स्टोरी सुनी. मुझे कहानियाँ सुनना बहुत पसंद है और आज का यह सेशन मैं कभी नहीं भूलूँगी. मुझे बहुत मजा आया.” उन्होंने बताया कि उन्होंने हिंदी में भी इस गीत को समझा है.
नई दिल्ली से शिलांग आए विश्व भारती, शांतिनिकेतन के छात्र रहे कलाकार अरनी सरकार ने बच्चों के लिए पोट्रेट मेकिंग वर्कशॉप आयोजित की. इसमें बच्चों को चित्र बनाने की तकनीकी जानकारी दी गई. शाम के समय पिन्टर ऑर्केस्ट्रा ग्रुप और कुपार शदाप के बैंड के प्रदर्शन ने युवाओं को खूब रिझाया.
कठपुतली बनाने के गुर भी सीखेंगे बच्चे
9 अक्टूबर, 2024 को शिलांग पुस्तक मेले में लोक नृत्य और गीत तथा स्कूलों के गायक समूहों द्वारा प्रदर्शन किया जाएगा. एक रोचक सत्र में बच्चे कठपुतली बनाने के गुर भी सीखेंगे. शहर के साहित्यिक विद्वानों के साथ ”बास्केट्री: एवरीडे आर्ट ऑफ नॉर्थ-ईस्ट इंडिया’ पर एक पुस्तक चर्चा होगी. रियली लिंगस्कोर और उनके समूह द्वारा ड्रम वादन और प्रसिद्ध समरसाल्ट संगीत बैंड मेले की शाम को यागदार बनाएगा.
मोबाइल बुकस्टोर और लाइब्रेरी की शुरुआत
पुस्तक मेले की एक विशेषता मोबाइल बुकस्टोर और लाइब्रेरी की शुरुआत है. राज्यपाल सीएच विजयशंकर ने 2 अक्टूबर, 2024 को ‘बुक वैन’ का उद्घाटन किया था. यह वाहन शहर के बाहरी इलाकों में जाकर पाठकों तक विभिन्न भारतीय भाषाओं की पुस्तकों को पहुँचाएगा.
– भारत एक्सप्रेस
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