Farmer Protest 2024: किसानों के दिल्ली चलो मार्च के दौरान 21 फरवरी को पुलिस द्वारा कथित गोलीबारी में एक 22 साल के किसान शुभकरण सिंह की मौत हो गई थी. जिसके बाद आज मृतक शुभकरण सिंह का उनके पैतृक गांव बलोह में अंतिम संस्कार कर दिया गया. जानकारी रहे कि किसान संगठनों ने एमएसपी पर कानूनी गारंटी सहित कई अन्य मांगों को लेकर दिल्ली चलों मार्च का आह्वान किया था. जानकारी रहे कि पंचाब पुलिस ने शुभकरण सिंह की मौत के मामले में ‘जीरो एफआईआर’ दर्ज किया था. ‘जीरो एफआईआर’ दर्ज करने के बाद दाह संस्कार किया गया. मृतक का शव पंजाब के राजिंदरा मेडिकल कॉलेज और अस्पताल के शवगृह में रखा हुआ था.
इंस्पेक्टर जनरल (पंजाब पुलिस मुख्यालय) सुखचैन सिंह गिल ने जीरो एफआईआर को लेकर कहा- ‘कानूनी सलाह के बाद शुभकरण के मामले में जीरो एफआईआर दर्ज की गई है. पंजाब के मुख्यमंत्री ने शुभकरण के परिवार के लिए 1 करोड़ रुपये मुआवजे की घोषणा की है. मृतक का परिवार अगर चाहे तो उनकी बहन को पंजाब पुलिस में कांस्टेबल की नौकरी दी जाएगी.
वहीं, भारतीय किसान यूनियन के प्रवक्ता तेजवीर सिंह ने कहा है कि पंजाब सरकार ने शुभकरण को शहीद का दर्जा दिया है. साथ ही उनके परिवार के लिए 1 करोड़ रुपये मुआवजे की घोषणा की है. तेजवीर सिंह ने आगे कहा कि उनका बलिदान व्यर्थ नहीं जाएगा. अब, इस संघर्ष को जारी रखना हमारा कर्तव्य है.”
क्या होता है जीरो एफआईआर
जीरो एफआईआर किसी भी पुलिस स्टेशन द्वारा दर्ज की जा सकती है. चाहे वह किसी भी किसी के अधिकारक्षेत्र में क्यों ना हो. इस स्तर पर कोई नियमित एफआईआर नंबर दर्ज नहीं किया जाता है. जीरो एफआईआर मिलने के बाद संबंधित पुलिस स्टेशन नई एफआईआर दर्ज करता है और जांच शुरू करता है. यह एफआईआर घटना के तुरंत बाद दर्ज कराई जा सकती है.
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-भारत एक्सप्रेस
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