शख्स को अस्पताल ले जाते लोग
विष्णु कुमार
Firozabad: उत्तर प्रदेश के फिरोजाबाद जिले में एक दोस्त की मौत को दूसरा दोस्त बर्दाश्त नहीं कर सका और उसकी चिता में ही कूद पड़ा. इस पर लोगों ने जल्दी से उसे निकाला और अस्पताल पहुंचाया. लेकिन इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई. इस घटना की पूरे शहर के साथ-साथ सोशल मीडिया पर भी चर्चा हो रही है.
मिली जानकारी के मुताबिक, फिरोजाबाद जिले में एक ऐसा वाकया सामने आया है, जिसने सभी के दिलों को हिला कर रख दिया है. आज तक हम सभी ने दोस्ती पर बनी कई फिल्में देखी होंगी, जिसमें एक दोस्त दूसरे दोस्त को बचाने के लिए अपनी जान दे देता है. इसी तरह का एक मामला हकीकत में फिरोजाबाद से सामने आ रहा है. ये मामला फिरोजाबाद जिले के थाना नगला खंगार क्षेत्र के मढैया नदिया गांव का है. इसी गांव में रहने वाले अशोक कुमार 42 वर्ष की मौत कैंसर की लंबी बीमारी के चलते हो गई थी.
मौत के बाद अशोक के परिजन उसे अंतिम संस्कार के लिए यमुना नदी के पास घाट पर ले गए थे, जहां उसका अंतिम संस्कार में सभी सगे संबंधियों के साथ ही अशोक का दोस्त आनंद राजपूत भी मौजूद था. बताया जा रहा है कि आनंद पहले दोस्त अशोक की चिता को जलता हुआ देख रहा था, फिर अचानक जलती चिता में कूद गया. इस पर स्थानीय लोगों की जब आनंद पर नजर पड़ी तो सभी के पैरों तले जमीन खिसक गई.
लोगों ने बताया कि अशोक का अंतिम संस्कार कर सभी लौटने की तैयारी ही कर रहे थे कि आनन्द अपने दोस्त अशोक की जलती चिता में कूद गया, जिससे वह बुरी तरह झुलस गया. इस पर लोगों ने जल्दी से उसे वहां से निकाला और आगरा के अस्पताल में इलाज के लिए पहुंचे. जहां उसकी इलाज के दौरान मौत हो गई. बताया जा रहा है कि दोनों बहुत अच्छे दोस्त थे और कभी एक-दूसरे का साथ नहीं छोड़ते थे.
इस मामले में एसपी ग्रामीण रणविजय सिंह ने बताया कि अपने दोस्त की मौत बर्दाश्त न कर पाने के कारण युवक चिता में कूद गया था. उसे लोगों ने तुरंत बाहर निकाला, लेकिन तब तक वह बुरी तरह से झुलस चुका था. उसे फिरोजाबाद के मेडिकल कॉलेज ले गए जहां से उसे आगरा रेफर कर दिया गया था, जहां इलाज के दौरान उसकी भी मौत हो गई है. यह घटना पूरे इलाके में चर्चा का विषय बनी हुई है.
-भारत एक्सप्रेस
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