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जानिए कौन हैं अरुण गोयल जिन्होंने आज ही संभाली है नए चुनाव आयुक्त की जिम्मेदारी

अरुण गोयल 31 दिसंबर 2022 को भारी उद्योग मंत्रालय के सेक्रेटरी के पद से रिटायर होने वाले थे लेकिन इसके पहले ही उन्होंने वीआरएस ले लिया था.

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चुनाव आयुक्त अरुण गोयल

Arun Goel: रिटायर्ड आईएएस अरुण गोयल ने सोमवार को भारत के नए चुनाव आयुक्त के तौर पर अपना कार्यभार संभाल लिया. ये पद लंबे समय से रिक्त चल रहा था, जिसकी जिम्मेदारी आज से पूर्व नौकरशाह अरुण गोयल ने संभाल ली है. 1985 बैच के पंजाब कैडर के आईएएस अधिकारी अरुण गोयल मुख्य निर्वाचन आयुक्त राजीव कुमार और चुनाव आयुक्त अनूप चंद्र पांडेय के साथ निर्वाचन आयोग का हिस्सा होंगे.

सुशील चंद्रा मुख्य चुनाव आयुक्त के पद से मई में सेवानिवृत्त हुए थे। उनके स्थान पर राजीव कुमार नए मुख्य चुनाव आयुक्त के तौर पर नियुक्त किए. लेकिन एक चुनाव आयुक्त का पद लंबे समय से रिक्त चल रहा था. मुख्य निर्वाचन आयुक्त के साथ दो चुनाव आयुक्त होने चाहिए, ऐसे में अरुण गोयल की नियुक्ति के साथ ही दो चुनाव आयुक्त हो गए हैं.

पंजाब कैडर के आईएएस अधिकारी अरुण गोयल केंद्र सरकार के कई विभागों में अहम जिम्मेदारियां संभाल चुके हैं. अरुण गोयल ने हाउसिंग विभाग में भी जिम्मेदारी संभाली है. अरुण गोयल भारी उद्योग मंत्रालय के सचिव बनने से पहले संस्कृति मंत्रालय के सेक्रेटरी के तौर पर जिम्मेदारी संभाल चुके हैं. इसके अलावा, वे दिल्ली विकास प्राधिकरण के वाइस चेयरमैन भी रह चुके हैं.

अरुण गोयल ने ले लिया था वीआरएस

अरुण गोयल 31 दिसंबर 2022 को भारी उद्योग मंत्रालय के सेक्रेटरी के पद से रिटायर होने वाले थे लेकिन इसके पहले ही उन्होंने वीआरएस ले लिया था. उनके इस्तीफे को एक ही दिन में स्वीकार कर लिया गया था, जिसके बाद इस बात की अटकलें लगाईं जा रही थीं कि उन्हें कोई बड़ी जिम्मेदारी सौंपी जा सकती है. सरकार ने इन अटकलों पर विराम लगाते हुए उनकी चुनाव आयुक्त के पद पर नियुक्ति के आदेश जारी कर दिए.

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अरुण गोयल ये जिम्मेदारी ऐसे वक्त संभाल रहे हैं जब गुजरात में अगले महीने विधानसभा चुनाव होने हैं. गुजरात में दो चरणों 1 दिसंबर और 5 दिसंबर को चुनाव होने हैं. चुनावों के नतीजे 8 दिसंबर को घोषित किए जाएंगे.  वहीं, अरुण गोयल के कार्यभार संभालने के साथ अगले साल होने वाले चुनावों के कार्यक्रम तय करने के लिए चुनाव आयोग के पास एक पूरा पैनल होगा। बता दें कि अगले साल तेलंगाना, कर्नाटक के साथ ही नागालैंड, मेघालय और त्रिपुरा में विधानसभा के चुनाव होने हैं.

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