एचडी देवेगौड़ा.
पूर्व प्रधानमंत्री और जद (एस) सुप्रीमो एचडी देवेगौड़ा ने कांग्रेस के घोषणा-पत्र का मजाक बनाते हुए बुधवार (24 अप्रैल) एक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि केवल वही पार्टी इतने सारे वादे कर सकती है, जिसे यह अच्छी तरह से पता होता है कि वह कभी सत्ता में नहीं आएगी.
उन्होंने कहा कि कांग्रेस इस देश को उल्टी दिशा में ले जाना चाहती है और उसके द्वारा किए गए वादों से ये पता लगाया जा सकता है कि वह किसी भी कीमत पर सत्ता में वापस आना चाहती है.
कांग्रेस नेता राहुल गांधी के ‘संपत्ति के पुन: बंटवारे संबंधी वादे’ की आलोचना करते हुए बुधवार को कहा कि केवल कोई व्यावहारिक ज्ञान-शून्य व्यक्ति ही ऐसी बात कर सकता है. देवेगौड़ा ने कहा, ‘राहुल गांधी संपत्ति का सर्वेक्षण कर संपत्ति का बंटवारा करना चाहते हैं. क्या उन्हें लगता है कि वह एक जन नेता हैं?’
This is the statement I released this morning at a press conference in Hassan. This is my opinion on the #WealthRedistribution debate. The Congress party I feel has insulted its own two former Prime Ministers, Shri PV Narasimha Rao and Dr. Manmohan Singh. pic.twitter.com/85iP7AVg98
— H D Deve Gowda (@H_D_Devegowda) April 24, 2024
पूर्व प्रधानमंत्रियों का अपमान किया
उन्होंने आर्थिक उदारीकरण की दिशा में पूर्व प्रधानमंत्रियों- पीवी नरसिंह राव और मनमोहन सिंह के योगदान को याद करते हुए कहा, ‘वह एक क्रांति का सपना देख रहे हैं. संपत्तियों के पुन: बंटवारे की बात करके राहुल गांधी ने देश के इन दो पूर्व प्रधानमंत्रियों का अपमान किया है, जिन्होंने आर्थिक सुधार कर देश की संपत्तियों को बढ़ाया था.’
देवेगौड़ा ने आरोप लगाया कि राहुल गांधी ने परोक्ष रूप से यह कहने का प्रयास किया कि इन दो पूर्व प्रधानमंत्रियों ने जो किया, वह गलत था.
राहुल गांधी 30 लाख नौकरियां कैसे देंगे
कांग्रेस के घोषणा-पत्र ‘न्याय पत्र’ से कुछ बिंदुओं का जिक्र करते हुए देवेगौड़ा ने कहा, ‘राहुल गांधी केंद्र सरकार की 30 लाख नई नौकरियां देना चाहते हैं. मैंने भी देश चलाया है. केवल 40 लाख स्वीकृत नौकरियां हैं. वह रातोंरात 30 लाख और नौकरियां कैसे जोड़ सकते हैं. वह इन लोगों को कहां से वेतन देंगे. वह उन्हें कहां रोजगार देंगे.’
उन्होंने आश्चर्य जताते हुए कहा कि क्या राहुल गांधी उन्हें सरकारी कार्यालयों में चार शिफ्ट में ‘लिफ्ट ऑपरेटर’ के रूप में नौकरी देंगे.
देवेगौड़ा ने कहा, ‘केवल कोई व्यावहारिक ज्ञान-शून्य व्यक्ति ही इस तरह की बात कर सकता है। (पी.) चिदंबरम घोषणा-पत्र समिति के अध्यक्ष थे. क्या वह राहुल गांधी के इन अपरिपक्व आर्थिक विचारों से सहमत हैं?’
-भारत एक्सप्रेस