पूर्व केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव प्रीति सूदन
पूर्व केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव प्रीति सूदन गुरुवार से संविधान के अनुच्छेद 316 A के तहत नए केंद्रीय लोक सेवा आयोग (यूपीएससी) की अध्यक्ष बनेंगी. वह आंध्र प्रदेश कैडर की 1983 बैच की आईएएस अधिकारी हैं. वह मनोज सोनी का स्थान लेंगी जिन्होंने हाल ही में इस्तीफा दे दिया था. प्रीति सुदन का कार्यकाल अप्रैल 2025 तक होगा.
प्रीति सूदन का अनुभव और योगदान
जुलाई 2020 में केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव के रूप में सेवानिवृत्त हुई सूदन ने खाद्य और सार्वजनिक वितरण विभाग, महिला और बाल विकास मंत्रालय और रक्षा मंत्रालय में सचिव के रूप में भी काम किया है. उन्होंने देश के दो प्रमुख ध्वजवाहक कार्यक्रमों ‘बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ’ और ‘आयुष्मान भारत’ की शुरुआत की, साथ ही राष्ट्रीय चिकित्सा आयोग, सहयोगी स्वास्थ्य पेशेवर आयोग और ई-सिगरेट पर प्रतिबंध के लिए कानून बनाया.
अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी कर चुकीं हैं काम
वह विश्व बैंक के साथ एक सलाहकार के रूप में भी काम कर चुकीं हैं. इसके अलावा, वह तंबाकू नियंत्रण फ्रेमवर्क कन्वेंशन के COP-8 की अध्यक्ष, मातृ, नवजात और बाल स्वास्थ्य साझेदारी की उपाध्यक्ष, ग्लोबल डिजिटल हेल्थ पार्टनरशिप की अध्यक्ष और विश्व स्वास्थ संगठन (WHO) के महामारी तैयारी और प्रतिक्रिया के लिए स्वतंत्र पैनल की सदस्य रह चुकीं हैं.
-भारत एक्सप्रेस