प्रतीकात्मक तस्वीर
भारत की अध्यक्षता में G20 टूरिज्म वर्किंग ग्रुप की बैठक को लेकर यहां के लोग समझते हैं कि यह जम्मू-कश्मीर के लिए एक बड़ी जीत है. यह आतंकवाद के तीन दशकों के बाद अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने का मौका है. आर्टिकल 370 हटने के बाद यहां के लोगों को उम्मीद है कि जी-20 से पर्यटन को रफ्तार मिलेगी.
पिछले साल, यहां दुनियाभर से 1.88 करोड़ लोग आए. खाड़ी देश, अमेरिका और यूरोपीय देश कश्मीर में निवेश करने के लिए कमर कस रहे हैं. दुबई के एमार ग्रुप, बुर्ज खलीफा के निर्माता पहले से ही $60 मिलियन का शॉपिंग और कार्यालय परिसर बना रहे हैं, जबकि $181 मिलियन की परियोजनाएं पाइपलाइन में हैं.
श्रीनगर में G20 बैठक की मेजबानी करने के नई दिल्ली के फैसले ने भी जम्मू-कश्मीर को खुद से बेहतर प्रदर्शन करने के लिए प्रोत्साहित किया है. इस समिट से जम्मू-कश्मीर के लोगों को बहुत उम्मीदें हैं. यहां की अर्थव्यवस्था और रोजगार के नजरिए से भी इस समिट का महत्व बहुत बढ़ जाता है.
शायद यही वजह है कि यहां के लोग इस समिट को लेकर बहुत उत्साहित हैं और श्रीनगर को दुल्हन की तरह सजा दिया गया है. शिकारा को भी सजाया गया है जिसमें सवार होकर विदेशी मेहमान डल की खूबसूरती का लुत्फ उठाएंगे.