New Delhi: राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के वरिष्ठ प्रचारक इंद्रेश कुमार ने कहा कि जी –20 के शीर्ष सम्मेलन में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का वैश्विक दमखम दिखा. बात चाहे “वसुधैव कुटुंबकम्” की हो या फिर अफ्रीकन समूह को समूह में शामिल करने की. इसी तरह दिल्ली घोषणापत्र को लेकर सभी एक साथ आए, यह इसलिए संभव हो सका क्योंकि, प्रधानमंत्री मोदी ने इसके लिए एक रोडमैप तैयार किया और खुद उस पर चले.
अहिंसा ही मानवता का रास्ता
इंद्रेश कुमार ने कहा कि भारतीय प्रधानमंत्री ने आत्मीयता से सभी को जोड़ा. उनकी विदेश यात्राओं का भी सुखद परिणाम दिखा. जी 20 के सम्मेलन भारत के सनातन विचार से तय हुआ कि हिंसा नहीं, अहिंसा ही मानवता का रास्ता है.
मुस्लिम राष्ट्रीय मंच के मुख्य संरक्षक इंद्रेश कुमार आकाशवाणी रंगभवन में प्रधानमंत्री मोदी द्वारा लिखित वंदेमातरम…”अपनी शान” काव्यांजलि के संगीतमय सीडी के राष्ट्र को अर्पण कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे.
इंद्रेश कुमार ने कहा कि आज के पहले कभी किसी भी सरकार के समय देश को इतनी प्रगति, गंभीरता और स्थिरता नहीं मिली थी. मोदी के शासनकाल में देश कामयाबी के गगन चूम रहा है. साथ ही दुनिया भर में भारत एक शक्तिशाली देश और मोदी प्रभावशाली रहनुमा के रूप में उभरे हैं.
पीएम मोदी के साथ बिताए दिनों की चर्चा
नरेंद्र मोदी के जन्मदिन के मौके पर इंद्रेश कुमार ने उनके साथ के प्रारंभिक दिनों को याद करते हुए बताया कि उन दोनों ने वर्ष 1975 में संघ के अभ्यास वर्ग में एक साथ 30 दिन बिताए थे. इसके बाद नरेन्द्र मोदी को गुजरात क्षेत्र का दायित्व मिला और उन्हें कश्मीर से लेकर दिल्ली तक का.
इसे भी पढ़ें: Santiniketan: खुशखबरी… शांति निकेतन को UNESCO ने World Heritage में किया शामिल, यहीं था नोबेल विजेता रवींद्रनाथ टैगोर का घर
स्वाधीनता के संघर्ष के साथ ही विभाजन की विभीषिका को याद करते हुए उन्होंने कहा कि अगर विभाजन नहीं होता तो 12 लाख मौतें नहीं होती. आगे उन्होंने कहा कि भारत ही नहीं पाकिस्तान और बांग्लादेश के सभी लोगों का भी डीएनए एक है. उन्होंने कहा पाकिस्तान कब्जे वाला कश्मीर हमारा था, हमारा है और हमारा रहेगा.
-भारत एक्सप्रेस
इस तरह की अन्य खबरें पढ़ने के लिए भारत एक्सप्रेस न्यूज़ ऐप डाउनलोड करें.