Israel Hamas War
Israel Hamas War: हमास के हमले के बाद इजरायल अब जंग को अंजाम तक ले जाने के लिए लड़ रहा है. गाजा पट्टी को मटियामेट कर दिया गया है. बमबारी की वजह से इमारतें छोटी हो गईं हैं. चारों ओर मलबा ही मलबा बिखरा पड़ा है. इस संघर्ष ने दुनिया को 2 गुटों में बांट दिया है. एक ओर जहां अमेरिका, जर्मनी, फ्रांस पूरी तरह से इजरायल के साथ खड़ा है. इस वक्त वर्ल्ड लीडर्स इजरायल पहुंचकर प्रधानमंत्री वेंजामिन नेतन्याहू से मुलाकात कर रहे हैं. बाइडन भी अभी इजरायल में हैं. वहीं दूसरी ओर मुस्लिम देशों के नेताओं का जमघट सऊदी में लगा है. ईरान ने मुस्लिम देशों के नेताओं से इजरायल पर पूरी तरह से प्रतिबंध लगाने की मांग की है.
बता दें कि मंगलवार को गाजा के एक अस्पताल में बम विस्फोट की वजह से कई फिलिस्तीनी नागरिकों की मौत हो गई थी. इसके बाद आनन-फानन में सऊदी अरब के जेद्दा शहर में ओआईसी की बैठक बुलाई गई. इस बैठक में ईरान समेत मुस्लिम देशों के नेता शामिल हुए.
इजरायल पर बैन लगाने की ईरान ने की मांग
ईरान के विदेश मंत्री ने बैठक में कहा कि सभी मुस्लिम देश इजरायल पर तत्काल प्रभाव से बैन लगाने का ऐलान करें, जिनमें तेल से लेकर तमाम तरह की चीजों पर प्रतिबंध लगाई जाए. इतना ही नहीं मुस्लिम देश अपने यहां से इजरायली दूतों को भगा दें. ईरान के विदेश मंत्री हुसैन अमीर अब्दुल्लाहियान ने कहा कि इस्लामिक वकीलों की एक टीम बनाई जाए.
बता दें कि मंगलवार शाम को गाजा के अल अहली अस्पताल में धमाके की वजह से करीब 500 लोगों की मौत हो गई थी. इस विस्फोट के पीछे इजरायल का हाथ बताया गया. हालांकि, इजरायल ने इससे साफ-साफ इनकार कर दिया है. दूसरी ओर इजरायल ने दावा किया कि यह ब्लास्ट हमास के रॉकेट से ही हुआ.
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ओआईसी ने की हमले की निंदा
बैठक के बाद ओआईसी के सदस्य देशों ने गाजा के अस्पताल पर हुए हमले की निंदा की. संयुक्त बयान में ओआईसी ने कहा कि 57 देशों ने फिलिस्तीनी लोगों के खिलाफ हो रहे अपराध और आतंकी हमलों के लिए इजरायल को जिम्मेदार माना है. बता दें कि हमाल और इजरायल के बीच युद्ध शुरू होने के बाद से ईरान और तुर्की लगातार इजरायल को धमकी दे रहा है.
-भारत एक्सप्रेस