मंच पर भाजपा सांसद
विशाल सिंह
Gonda: गोंडा के बालपुर बाजार में स्थित रघुराज शरण सिंह महाविद्यालय में आज मोदी सरकार के 9 वर्ष पूरे होने के अवसर पर कैसरगंज सांसद बृजभूषण शरण सिंह ने एक जनसभा को संबोधित किया. यहां उन्होंने पहलवानों पर शायरी के जरिए निशाना साधा. उन्होंने कहा, “कभी अश्क, कभी गम, कभी जहर पिया जाता है, जब कभी जाके जमाने में दिया जाता है, ये मिला मुझको मोहब्बत का सिला, बेवफा कहकर मेरा नाम लिया जाता है, इसको रुसवाई कहें कि शोहरत अपनी, दबे होठों से मेरा नाम लिया जाता है…” उनकी शायरी पर जमकर लोगों ने तालियां बजाई और वह खुद भी इस दौरान मुस्कुरा रहे थे. इस जनसभा में मुख्य अतिथि के रूप में मध्य प्रदेश सरकार के उच्च शिक्षा मंत्री मोहन सिंह यादव भी मौजूद रहे.
बृजभूषण शरण सिंह महिला पहलवानों द्वारा लगाए गए यौन उत्पीड़न के आरोपों का सामना कर रहे हैं. उनके ऊपर पॉक्सो एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज है. इस मामले में कई बार बीजेपी सांसद सफाई दे चुके हैं और कह चुके हैं कि वह निर्दोष हैं और उनको साजिश के तहत फंसाया गया है. हालांकि इस मामले में जांच चल रही है.
ये भी पढ़ें- Varanasi: G-20 Summit के दौरान वाराणसी में नहीं खुलेंगी मीट और मछली की अवैध दुकानें
60 किलोमीटर की निकाली रैली
बता दें कि अपने पैतृक आवास विश्नोहरपुर से भारी जनसमर्थन के साथ लगभग 60 किलोमीटर की रैली निकालकर सांसद बृज भूषण जनसभा स्थल पर पहुंचे थे और जनता को संबोधित करते हुए सांसद ने शुरुआत एक शायरी के साथ की. उससे पहले सांसद ने मीडिया पर तंज कसते हुए कहा कि मीडिया वाले बड़ी तिरछी नजर से देख रहे हैं और फिर शायरी के जरिए अपनी बात को आगे बढ़ाया.
कांग्रेस पर बोला हमला
सांसद ने मंच से विपक्ष पर खासकर कांग्रेस पर लगातार निशाना साधा. उन्होंने कहा कि 1975 में देश में इमरजेंसी लगाई गई. देश के तमाम नेता जहां पर बंद थे, हमारे जिले गोंडा के बहुत से नेता बंद थे. मैं कहना चाहता हूं कि इस देश में एक तरीके से लोकतंत्र की हत्या की गई, देश में इमरजेंसी लगाई गई. उस समय भी कांग्रेस की ही सरकार थी और 1984 में सिखों का जब कत्लेआम किया गया के उस समय भी कांग्रेस की ही सरकार थी.
-भारत एक्सप्रेस