सांकेतिक तस्वीर
Srinagar: खेल के क्षेत्र में सरकार की नई पहल और नीतियों ने जम्मू और कश्मीर के खिलाड़ियों को अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने और राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में चैंपियन के रूप में उभरने में काफी मदद की है. एक रिपोर्ट के अनुसार, 5 अगस्त, 2019 को संविधान में एक अस्थायी प्रावधान अनुच्छेद 370 के निरस्त होने से राज्य में काफी बदलाव आया है. युवाओं के लिए नए रास्ते खुल गए हैं. हाल ही में जम्मू और कश्मीर के युवा खिलाड़ियों ने अपने पास खेल की दुनिया में प्रतिष्ठित माने जाने वाले मॉस्को वुशु स्टार्स चैंपियनशिप का खिताब जहां बरकरार रखा है, वहीं चीन के हांगझोऊ शहर में इस साल के अंत में होने वाले एशियाई खेलों के लिए संभावितों के बीच शॉर्टलिस्ट होने में कामयाब रहे.
आईपीएल 2023 में भी राज्य का युवा
दूसरी ओर चल रहे आईपीएल 2023 में सबसे दिलचस्प क्रिकेट मैचों में से एक में, कश्मीर के एक 21 वर्षीय क्रिकेटर अब्दुल समद ने आखिरी गेंद पर छक्का लगाकर प्रतियोगिता जीत ली और सनराइजर्स हैदराबाद की उम्मीदों को जिंदा रखा. रिपोर्ट के मुताबिक, 2019 के बाद सरकार ने जेके में खिलाड़ियों के लिए एक सक्षम माहौल तैयार किया है. केंद्र शासित प्रदेश ने विश्व स्तरीय खेल बुनियादी ढांचे की स्थापना और खिलाड़ियों के करियर के विकास में अभूतपूर्व प्रगति देखी है. 2019 तक महज दो से तीन लाख युवाओं को हर साल खेल आयोजनों में भाग लेने का अवसर मिलता था. वहीं पिछले तीन वर्षों के दौरान, सरकार ने एक नया कीर्तिमान स्थापित किया है, जिसमें 30 लाख से अधिक युवाओं को खेल गतिविधियों में भाग लेने का मौका मिला है.
जम्मू और कश्मीर में बढ़ रही हैं खेल सुविधाएं
वर्ष 2023-24 के जेके बजट में हिमालयी क्षेत्र में खेल सुविधाओं को बढ़ाने का विशेष उल्लेख है. यह केंद्र शासित प्रदेश में खेल के बुनियादी ढांचे और सुविधाओं के उन्नयन की परिकल्पना करता है. गौरतलब है कि पिछले तीन वर्षों के दौरान केंद्रीय खेल मंत्रालय ने जम्मू-कश्मीर में खेलो इंडिया योजना के तहत 77 बुनियादी ढांचा परियोजनाओं में 506.13 करोड़ रुपये का निवेश किया है. जेके और लद्दाख में खेलो इंडिया योजना के तहत चौबीस खेल अकादमियों को मान्यता दी गई. वहीं 199 ‘खेलो इंडिया’ केंद्र (जिला स्तर) और 11 खेलो इंडिया स्टेट सेंटर ऑफ एक्सीलेंस को मंजूरी दी गई है.
खिलाड़ियों को सरकारी नौकरी
राज्य में खेल को प्रोत्साहन देने के लिए एसओ-12 के तहत उत्कृष्ट खिलाड़ियों को सरकारी नौकरी देने का प्रस्ताव बनाया गया है. मिली जानकारी के अनुसार खिलाड़ियों के लिए अराजपत्रित पदों के अलावा 5 राजपत्रित पद भी आरक्षित रहेंगे. वहीं खेल विभाग ने विभिन्न कॉलेजों और विश्वविद्यालयों में खिलाड़ियों के लिए सीटें आरक्षित रखने का प्रस्ताव भी पेश किया है. खिलाड़ियों को मिसाल कायम करने और युवाओं के लिए रोल मॉडल बनने के लिए प्रोत्साहित किया जा रहा है. उन्हें प्रोत्साहन और अन्य सुविधाएं दी जा रही हैं ताकि वे खेलों पर ध्यान केंद्रित कर सकें और स्टार बन सकें.
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2023 में सरकार का लक्ष्य है खास
सरकार ने वर्ष 2023 के लिए 70 लाख युवाओं को विभिन्न खेल गतिविधियों में शामिल करने का लक्ष्य रखा है ताकि उन्हें ड्रग्स, आतंकवाद आदि सामाजिक बुराइयों से दूर रखा जा सके. 2019 के बाद जेके को नई खेल नीति मिली है. इसमें 10 खिलाड़ियों के लिए खेल में उत्कृष्टता के लिए पुरस्कार, खेल संघ के लिए जम्मू-कश्मीर खेल प्रोत्साहन पुरस्कार, दो दिग्गजों/अनुभवी खिलाड़ियों/आयोजकों या रेफरी, विभिन्न विषयों में 5 सर्वश्रेष्ठ कोचों के लिए परशुराम पुरस्कार जैसे विभिन्न वार्षिक पुरस्कार शामिल हैं.
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