उमरान मलिक Photo- IndianPremierLeague (@IPL)/Twitter
जम्मू-कश्मीर में सरकार की नई नीति और पहल से केंद्र शासित प्रदेश के खिलाड़ियों की राहें आसान हुई हैं. सरकार की इस पहल के बाद विभिन्न क्षेत्रों में खिलाड़ियों को उम्दा प्रदर्शन करने और राष्ट्रीय-अंतरराष्ट्रीय स्तर पर छा जाने के लिए प्रेरित किया है.
रिपोर्ट के मुताबिक, आर्टिकल 370 को निरस्त करने के फैसले ने खिलाड़ियों की किस्मत बदल दी है. हाल ही में जम्मू-कश्मीर के युवा खिलाड़ियों ने मॉस्को वुशु स्टार्स चैंपियनशिप का खिताब बरकरार रखा और इस साल के अंत में चीन में होने वाले एशियाई खेलों के लिए संभावितों में शॉर्टलिस्ट होने में मदद की.
सूर्य भानु प्रताप सिंह और अभिषेक जमवाल ने 60 और 56 किलोग्राम कैटेगरी में गोल्ड अपने नाम किया जबकि, जीवा मनहास ने 39 किग्रा सब कैटेगरी में गोल्ड अपने नाम किया. इसके अलावा, अमन सिंह और प्रियांशु ने सिल्वर और ब्रॉन्ज अपने नाम किया.
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दूसरी तरफ, इस साल खेले जा रहे आईपीएल के सीजन में क्रिकेटर अब्दुल समद ने आखिरी गेंद पर छक्का जड़कर अपनी टीम को मैच जीता दिया और हैदराबाद को आईपीएल के फाइनल-4 में जाने की उम्मीदों को जिंदा रखा.
वहीं जम्मू के 22 वर्षीय तेज गेंदबाज उमरान मलिक ने अपनी तेज रफ्तार गेंदों से विरोधियों को पस्त कर दिया है. उमरान ने आईपीएल में 150 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से गेंद डाली और इसके बाद उनके प्रदर्शन के आधार पर इस तेज गेंदबाज को टीम इंडिया में भी जगह मिली. रिपोर्ट के अनुसार, 2019 के बाद सरकार ने जम्मू-कश्मीर में खिलाड़ियों के लिए एक अनुकूल वातावरण तैयार किया है. कुल मिलाकर कहें तो सरकार के प्रयासों का सीधा लाभ यहां के खिलाड़ियों को मिला है जिनके कारण उनके करियर को गति मिली है.
-भारत एक्सप्रेस
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