प्रिंसिपल के साथ लोगों की बातचीत
Haryana: हरियाणा के यमुनानगर में एक प्राइवेट स्कूल से जुड़ा एक मामला सामने आ रहा है. जानकारी के अनुसार स्कूल में तिलक और चोटी रखकर आने पर कथित तौर पर एक शिक्षक द्वारा डांटा गया. जिसके बाद छात्र ने इसकी शिकायत परिजनों से की. इसके बाद यह मामला तूल पकड़ने लगा. परिजनों और छात्र के साथ कुछ हिंदू संगठनों से जुड़े लोग भी इस बात की शिकायत लेकर स्कूल पहुंच गए.
वहां उन्होंने इस मामले पर प्रिंसिपल से बातचीत की. स्कूल के प्रिंसिपल विजय कुमार ने बताया कि शिक्षक ने छात्र को जरूरत से अधिक या बेढंग तरीके से चोटी और तिलक लगाए देखा होगा इसके लिए उन्होंने टोका होगा. काम सीमित दायरे में हों तो अच्छा लगता है. आरोपी शिक्षक के खिलाफ अभी किसी तरह का कोई एक्शन नहीं लिया गया है.
हिंदू संगठनों ने जाहिर की नाराजगी
मामले की सूचना मिलने के बाद से ही हिंदू संगठनों से जुड़े कुछ लोग स्कूल प्रशासन के इस रवैये से नाराज चल रहे हैं. सोशल मीडिया पर वायरल हो रही हिंदू संगठनों द्वारा प्रिसिंपल से शिकायत करने के दौरान ली गई तस्वीरों को देखकर लगता है कि हिंदू संगठनों ने अपनी नाराजगी से स्कूल प्रशासन को भी अवगत कराया है.
हरियाणा: यमुनानगर में निजी स्कूल के शिक्षक ने कथित तौर पर छात्र को तिलक, चोटी रखने पर डांटा।
प्रिंसीपल विजय कुमार ने बताया,"टीचर ने छात्र को जरूरत से अधिक या बेढंग तरीके से चोटी और तिलक लगाए देखा होगा जिसके लिए उन्होंने टोका होगा।काम सीमित दायरे में हों तो अच्छा लगता है।"(16.12) pic.twitter.com/w9KF8nawnE
— ANI_HindiNews (@AHindinews) December 17, 2022
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धार्मिक प्रवृति का है छात्र
बताया जा रहा है कि छात्र की उम्र अभी 18 वर्ष से कम है और वह जिस स्कूल में पढ़ता है उसकी गिनती शहर के नामी स्कूलों में होती है. छात्र की प्रवृति काफी धार्मिक है. इस कारण वह रोज विद्यालय जाने से पहले पूजा-पाठ किया करता है और अपने माथे पर तिलक भी लगाता है. अपनी इसी धार्मिकता के कारण उसने चोटी भी रखा है.
बीते शुक्रवार के दिन जब इस छात्र पर उक्त शिक्षक की नजर पड़ी तो उसने छात्र को इसके लिए कथित तौर पर डांटा और नसीहत दी की आगे से ऐसा बिल्कुल न करे. टीचर की डांट से आहत होकर छात्र ने घर आकर स्कूल में हुए इस मामले से अपने परिजनों को अवगत कराया.
इससे पहले भी देश के अलग-अलग हिस्सों से इस तरह की खबरें आ चुकी हैं. जिसमें धार्मिक प्रतीकों को लेकर कई संस्थाओं द्वारा एतराज जताया गया था. कुछ मामले कोर्ट तक भी गए.