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मणिपुर में हिंसा के बावजूद क्यों नहीं हटाए गए CM बीरेन सिंह? अमित ने संसद में दिया जवाब, पढ़ें अविश्वास प्रस्ताव पर गृह मंत्री ने क्या-क्या कहा

अमित शाह ने कहा, “लोग देख रहे हैं, और वे सब कुछ जानते हैं. हम विकास की राजनीति में हैं, लेकिन वे अपनी सरकार और सिद्धांतों को बचाने के लिए नेताओं को रिश्वत देते हैं.”

Amit Shah In Parliament

Amit Shah In Parliament

Amit Shah In Parliament: गृह मंत्री अमित शाह ने लोकसभा में विपक्ष द्वारा लाए गए अविश्वास प्रस्ताव पर बहस की. इस दौरान उन्होंने सरकार द्वारा चलाए जा रहे विभिन्न योजनाओं के बारे में विस्तार से बताया. वहीं विपक्ष पर जोरदार पलटवार करते हुए शाह ने कहा कि सरकार के विरुद्ध देश में कहीं भी अविश्वास की झलक नजर नहीं आ रही है. अविश्वास आपको है देश की जनता को नहीं. इस दौरान शाह ने राहुल गांधी को भी आड़े हाथों लिया.

अमित शाह ने क्या-क्या कहा?

  • ये वीडियो (मणिपुर वायरल वीडियो) इस संसद सत्र के शुरू होने से पहले क्यों आया? अगर किसी के पास यह वीडियो था तो उन्हें इसे डीजीपी को देना चाहिए था और उसी दिन (4 मई) कार्रवाई की गई होती.
  • हमें जिस दिन वीडियो मिला हमने उन सभी 9 लोगों की पहचान कर ली और उन्हें गिरफ्तार कर लिया. मैं वहां (मणिपुर) 3 दिन रहा और इस अवधि के दौरान हमने कई निर्णय लिए… राज्य में सामान्य स्थिति स्थापित करने के लिए क्षेत्र में अर्धसैनिक बल तैनात किया गया है.
  • जब कोई राज्य का मुख्यमंत्री सहयोग नहीं कर रहा हो तो उसे बदलना पड़ता है. ये सीएम केंद्र के साथ सहयोग कर रहे हैं.
  • कई बार सरकार का बहुमत जांचने के लिए विपक्ष अविश्वास प्रस्ताव लाता है. सरकार और सदन को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर पूरा भरोसा है. जब भी आप अविश्वास प्रस्ताव लाते हैं तो नीतियों और निर्णयों पर तर्क लेकर आते हैं. इसे क्रांति के लिए ही लाया गया था.
  • लोकसभा में अमित शाह ने कहा, “इस सदन में एक ऐसे नेता है जिन्हें 13 बार लांच किया गया लेकिन हो नहीं पाए. कलावती गरीब बहन के घर के लिए क्या किया, उनको घर बिजली सब देने का काम पीएम मोदी ने दिया. आज जिस कलावती के घर भोजन करने गए वो भी आज पीएम मोदी के साथ है.
  • लोगों को गुमराह करने के लिए अविश्वास प्रस्ताव लाया गया. सदन और जनता को सरकार पर पूरा भरोसा है.

  • मैं सभी को बताना चाहता हूं कि राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) आजादी के बाद दो-तिहाई बहुमत वाली पहली सरकार है और लोगों के विश्वास ने दो बार ऐसा किया. पीएम मोदी आजादी के बाद सबसे मेहनती पीएम हैं. दुनिया के कई सर्वे भी यही कहते हैं. उन्होंने कभी छुट्टी नहीं ली, वह दिन में 17 घंटे काम करते हैं.
  • यह समझना होगा कि वे (UPA) जनधन योजना का विरोध क्यों कर रहे थे? पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी ने कहा था कि जब केंद्र से 1 रुपया भेजा जाता है, तो लाभार्थी तक केवल 15 पैसे ही पहुंचते हैं.लेकिन आज, आज पूरी राशि गरीबों तक पहुंचती है.

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  • पीएम मोदी ने नारा दिया- भ्रष्टाचार भारत छोड़ो, वंशवादी राजनीति भारत छोड़ो, तुष्टिकरण भारत छोड़ो.
  • अविश्वास प्रस्ताव एक संवैधानिक प्रक्रिया है और हमें कोई आपत्ति नहीं है. मेरा मानना है कि यह गठबंधन का असली चेहरा सामने लाता है.
  • जब नरसिम्हा राव सत्ता में थे, तब अविश्वास प्रस्ताव लाया गया था और कांग्रेस सरकार बचाना चाहती थी. उन्होंने प्रस्ताव जीता और कई राजनीतिक नेताओं को जेल भेज दिया.
  • कांग्रेस 35 वर्षों तक सत्ता में रही; उन्होंने कई ऐसे फैसले लिये जो याद किये जायेंगे. लेकिन एनडीए के नौ साल में 50 से ज्यादा फैसले लिए गए, जिन्हें भी याद रखा जाएगा.
  • 30 साल से देश वंशवादी राजनीति, भ्रष्टाचार और जातिवाद से जूझ रहा था और पीएम मोदी ने ये सब खत्म कर देश को पॉलिटिक्स ऑफ परफॉर्मेंस दी.

  • 1999 में अटल बिहारी वाजपेयी की सरकार के दौरान हम भी ऐसा कर सकते थे (नेताओं को रिश्वत देना) और हमने अपनी बात रखी और एक वोट से प्रस्ताव हार गए, तो हम प्रस्ताव को बचा सकते थे.
  • कभी-कभी अविश्वास प्रस्ताव गठबंधन की असली तस्वीर सामने ला देता है. हम एक वोट से हार गए लेकिन बहुमत के साथ वापस आए.’
  • लोग देख रहे हैं, और वे सब कुछ जानते हैं. हम विकास की राजनीति में हैं, लेकिन वे अपनी सरकार और सिद्धांतों को बचाने के लिए नेताओं को रिश्वत देते हैं.
  • आपने (कांग्रेस) 70,000 करोड़ रुपये का ऋण माफ कर दिया. हम कर्ज माफ करने में विश्वास नहीं रखते. हम चाहते हैं कि लोग कर्ज न लें और उन्हें डायरेक्ट ट्रांसफर बेनिफिट स्कीम के जरिए फायदा दें. ये कोई रेवड़ी नहीं है. हमने एक सर्वेक्षण किया और 2.5 एकड़ से कम जमीन वाले किसानों को 6,हजार दिए.

-भारत एक्सप्रेस



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