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UP Politics: उत्तर प्रदेश में लोक सभा चुनाव-2024 को लेकर लगातार राजनीतिक दल अपनी-अपनी तैयारी में जुटे हैं और समीकरण की गोट सेट कर रहे हैं. तो वहीं विपक्षी गठबंधन ‘इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इन्क्लूसिव अलायंस’ (I.N.D.I.A.) के घटक दलों के प्रमुख नेताओ की मंगलवार को हुई बैठक में मायावती के साथ को लेकर भी बात उठी है. इंडिया गठबंधन के तमाम नेताओं ने ये तक कह दिया है कि अगर मायावती का साथ इंडिया गंठबंधन को नहीं मिलता है तो यूपी में भाजपा को हाराना मुश्किल होगा. इसी बीच बसपा के नए उत्तराधिकारी आकाश आनन्द का बयान सामने आया है, जिसमें उन्होंने इंडिया गठबंधन के साथ ही भाजपा पर भी निशाना साधा है.
बसपा के राष्ट्रीय कोऑर्डिनेटर आकाश आनंद (Akash Anand ) ने अपने अधिकारिक ट्विटर हैंडल (X) पर एक प्रतिक्रिया दी है जो कि चर्चा का विषय बनी हुई है. उन्होंने विपक्षी दलों के गठबंधन और बीजेपी पर निशाना साधते हुए कहा है कि ‘मीडिया की रिपोर्ट्स और पार्टी के कुछ साथियों से पता चला है कि कल I.N.D.I.A अलायंस की बैठक में कुछ लोग भाजपा से कम और बीएसपी से ज्यादा डरे हुए हैं.’ इसी के साथ आकाश आनंद ने आगे कहा है कि ‘मैं साफ कर देना चाहता हूं कि भाजपा का खौफ दिखाकर वोट लेने वाली गठबंधन की नफरत वाली राजनीति में बीएसपी विश्वास नहीं करती है क्योंकि इसी तरह एक वक्त कांग्रेस का खौफ दिखाकर कुछ लोग सत्ता पर काबिज हुए थे और उसका खामियाजा आज पूरा देश भुगत रहा है.’ इसी के साथ उन्होंने कांशीराम और मायावती का नाम लेते हुए कहा है कि, इनकी मेहनत से खड़े हुए बहुजन समाज के सम्मान और अधिकार की लड़ाई के सफल नतीजे बड़े पैमाने पर दिख रहे हैं.
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किसी दल में नहीं है दम
इसी के साथ ही आकाश आनन्द ने सभी राजनीतिक दलों पर हमला बोलते हुए कहा कि, ‘दलित समाज की अनदेखी करने का दम आज किसी राजनीतिक दल में नहीं है. मैं ये भी साफ कर दूं कि बीएसपी दलित समाज के हित में और बाबा साहेब के संविधान की रक्षा करने के लिए, देश के लोकतंत्र को दो दलों की जागीर नहीं बनने देगी.’
क्या बदलेगा मायावती का मन?
वहीं अब आकाशा आनन्द के बयान के बाद से ये सवाल उठ रहे हैं कि क्या बसपा इंडिया गठबंधन की ओर से खड़गे के नाम का पीएम पद के लिए समर्थन करेगी? या क्या लोकसभा चुनाव आने से पहले तक मायावती का मन बदलेगा और वह इंडिया गठबंधन की तरफ झुकेंगी? फिलहाल इसको लेकर बसपा की ओर से कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है, लेकिन चर्चा जोरों पर है. बता दें कि मंगलवार को हुई इंडिया गठबंधन की बैठक में अगले लोकसभा चुनाव के लिए जनवरी, 2024 के दूसरे सप्ताह तक सीट बंटवारे को अंतिम रूप देने को लेकर निर्णय हुआ है और चुनाव में जीत के बाद यह फैसला होगा कि प्रधानमंत्री कौन बनेगा. पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे को विपक्षी गठबंधन ‘इंडिया’ का संयोजक बनाने और प्रधानमंत्री पद का उम्मीदवार घोषित करने की पैरवी की है. तो वहीं दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने भी इसका समर्थन किया है. हालांकि, खड़गे ने इस प्रस्ताव को तत्काल ठुकरा दिया और कहा कि इस पर फैसला चुनाव में जीत के बाद ही होगा.
-भारत एक्सप्रेस