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G7 Summit: ग्लोबल साउथ और अमेरिका के बीच ब्रिज का काम कर रहा है भारत

G7 Summit: अमेरिका में ‘ऋण सीमा संकट’ के कारण राष्ट्रपति बाइडेन ने अपने एशिया दौरे में बदलाव करते हुए इसे छोटा कर दिया है. अब बाइडेन सिर्फ G7 और हिरोशिमा में क्वाड समूह की बैठकों में हिस्सा लेंगे.

G7 Summit : पीएम मोदी की फाइल फोटो

G7 Summit : पीएम मोदी की फाइल फोटो

G7 Summit: अमेरिका में ‘ऋण सीमा संकट’ के कारण राष्ट्रपति बाइडेन ने अपने एशिया दौरे में बदलाव करते हुए इसे छोटा कर दिया है. अब बाइडेन सिर्फ G7 और हिरोशिमा में क्वाड समूह की बैठकों में हिस्सा लेंगे. व्हाइट हाउस ने एक बयान में कहा कि अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन जी-7 शिखर सम्मेलन पूरा होने के बाद अमेरिका लौटेंगे.

बाइडेन के मामले में पुरानी कहावत “एक आदमी का नुकसान दूसरे का लाभ है” सच साबित होता है. अमेरिका में ऋण-संकट को देखते हुए राष्ट्रपति बाइडेन ने अपनी यात्रा की योजना में बदलाव किया है. वहीं, दूसरी ओर भारतीय पीएम नरेंद्र मोदी ने भारत-प्रशांत द्वीप समूह सहयोग मंच के सह-मेजबानी करने के लिए पापुआ न्यू गिनी और फिजी की अपनी निर्धारित यात्रा के साथ खुब सुर्खियां बटोरीं.

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6 दिवसीय यात्रा पर गए थे पीएम मोदी

बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी-7 समूह और क्वाड सहित तीन प्रमुख बहुपक्षीय शिखर सम्मेलनों में भाग लेने के लिए जापान, पापुआ न्यू गिनी और ऑस्ट्रेलिया की छह दिवसीय यात्रा पर गए थे. अब कहा जा रहा है कि ग्लोबल साउथ के देशों और अमेरिका के बीच भारत ब्रिज का काम कर सकता है.

भारत-प्रशांत द्वीप सहयोग सम्मेलन के मंच से, गिनी के पीएम ने भारत को ‘वैश्विक लीडर’ बताया था. अमेरिका और चीन को लेकर उन्होंने कहा, “हम वैश्विक पावरप्ले के शिकार हैं. आप, (मोदी) ग्लोबल साउथ के लीडर हैं. हम वैश्विक मंचों पर आपके नेतृत्व का समर्थन करेंगे.”

-भारत एक्सप्रेस

 

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