
India-Pak War: भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव लगातार बढ़ता जा रहा है. भारत के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के जवाब में भारतीय सेना ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ चलाया, जिसमें पाकिस्तान और पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (PoK) में स्थित कई आतंकी ठिकानों को ध्वस्त किया गया. इस जवाबी कार्रवाई से बौखलाए पाकिस्तान ने भारत के पश्चिमी और उत्तरी सीमावर्ती इलाकों को निशाना बनाकर मिसाइल और ड्रोन हमले किए. लेकिन भारत के आधुनिक एयर डिफेंस सिस्टम – S-400 और आकाश मिसाइलों ने पाकिस्तान के मंसूबों को कामयाब नहीं होने दिया.
इसके बाद भारत ने भी आंख के बदले आंख वाली रणनीति अपनाते हुए लाहौर, कराची, रावलपिंडी और इस्लामाबाद जैसे शहरों पर मिसाइल और ड्रोन हमले किए. इन हमलों में पाकिस्तान का एयर डिफेंस सिस्टम पूरी तरह ध्वस्त हो गया और उसके F-16 और JF-17 जैसे लड़ाकू विमान भी मार गिराए गए.
बच्चों की आड़ लेकर बचना चाहता है पाकिस्तान
इसी बीच पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ का एक बयान चर्चा में है. देश की नेशनल असेंबली में दिए अपने बयान में आसिफ ने कहा कि “हमारे देश के बच्चे हमारी सेकंड लाइन ऑफ डिफेंस हैं.” इस शर्मनाक बयान से साफ है कि पाकिस्तान युद्ध के समय बच्चों को ढाल बनाने की मानसिकता रखता है.
आसिफ ने अपने सैन्य बलों की नाकामी को छिपाने के लिए यह तक कह डाला कि भारत ने हाल ही में जो ड्रोन हमला किया, वह महज पाकिस्तानी ठिकानों को लोकेट करने के मकसद से था. उन्होंने यह स्वीकार किया कि पाकिस्तान ने जानबूझकर उन ड्रोन को इंटरसेप्ट नहीं किया ताकि उनके ठिकानों की असली लोकेशन का पता भारत को न चले.
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-भारत एक्सप्रेस
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