(प्रतीकात्मक तस्वीर: Pixabay)
भारत में नवंबर 2024 में घरेलू उड़ानों पर 1.42 करोड़ यात्री यात्रा किए, जो पिछले साल की समान अवधि की तुलना में लगभग 12 प्रतिशत अधिक है. इस वृद्धि के पीछे बढ़ती एयर ट्रैफिक डिमांड है, जो देश में विमानन उद्योग की मजबूती को दर्शाता है.
घरेलू बाजार में इंडिगो की सबसे बड़ी हिस्सेदारी
डायरेक्टोरेट जनरल ऑफ सिविल एविएशन (DGCA) के ताजे आंकड़ों के अनुसार, इंडिगो एयरलाइन ने घरेलू बाजार में सबसे बड़ी हिस्सेदारी अपने नाम की, जो 63.6 प्रतिशत रही. इसके बाद एयर इंडिया (24.4 प्रतिशत), आकासा एयर (4.7 प्रतिशत) और स्पाइसजेट (3.1 प्रतिशत) का स्थान रहा. इन सभी एयरलाइंस ने अपनी हिस्सेदारी में वृद्धि दर्ज की है, जबकि अलायंस एयर की हिस्सेदारी नवंबर में स्थिर रही और यह 0.7 प्रतिशत पर बनी रही.
नवंबर महीने में यात्रियों की संख्या में ऐसे हुई वृद्धि
नवंबर में घरेलू यात्री संख्या 142.52 लाख रही, जो पिछले साल की नवंबर में 127.36 लाख थी. इस प्रकार नवंबर में यात्री संख्या में 11.90 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई. इसी प्रकार, जनवरी से लेकर नवंबर 2024 तक घरेलू यात्री संख्या 1,464.02 लाख रही, जो पिछले वर्ष की समान अवधि में 1,382.34 लाख थी, जिससे 5.91 प्रतिशत की वृद्धि हुई.
देर से उड़ानों का असर और देरी की जानकारी
हालांकि, नवंबर में घरेलू उड़ानों की ऑन टाइम परफॉर्मेंस (OTP) पर असर पड़ा. बैंगलोर, दिल्ली, हैदराबाद और मुंबई जैसे चार प्रमुख हवाई अड्डों पर घरेलू एयरलाइंस की OTP में गिरावट आई. इंडिगो की OTP 74.5 प्रतिशत रही, जबकि आकासा एयर और स्पाइसजेट की OTP क्रमशः 66.4 प्रतिशत और 62.5 प्रतिशत रही. एयर इंडिया और अलायंस एयर की OTP 58.8 प्रतिशत और 58.9 प्रतिशत रही.
यात्रियों की शिकायतें और फ्लाइट कैंसिलेशन
नवंबर में एयरलाइनों द्वारा 624 यात्रियों की शिकायतें प्राप्त की गईं. इसके अलावा, 3,539 यात्रियों को बोर्डिंग से वंचित किया गया और इसके लिए एयरलाइनों ने 2.84 करोड़ रुपये का मुआवजा दिया. वहीं, उड़ान रद्द होने के कारण 27,577 यात्रियों को प्रभावित किया गया और एयरलाइनों ने 36.79 लाख रुपये का मुआवजा और सुविधाएं प्रदान कीं.
- भारत एक्सप्रेस
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