विदेश मंत्री जयशंकरऔर उज्बेकिस्तान के विदेश मंत्री बख्तियोर सैदोव
भारत के विदेश मंत्री जयशंकर ने गुरुवार को उज्बेकिस्तान के विदेश मंत्री बख्तियोर सैदोव के साथ द्विपक्षीय बैठक की. एस जयशंकर ने ट्वीट किया, ‘‘उज्बेकिस्तान के विदेश मंत्री के रूप में पहली बार भारत आए बख्तियोर सैदोव का स्वागत किया. भारत के एससीओ अध्यक्ष पद के लिए उज्बेकिस्तान के मजबूत समर्थन की सराहना की. साथ ही लंबे समय से चले आ रहे हमारे बहुपक्षीय सहयोग का भी जिक्र किया.’’ उन्होंने कहा, ‘‘विश्वास है कि विभिन्न क्षेत्रों में हमारी द्विपक्षीय साझेदारी बढ़ती रहेगी.’’
एससीओ एक प्रभावशाली आर्थिक और सुरक्षा समूह है तथा यह सबसे बड़े अंतर-क्षेत्रीय अंतरराष्ट्रीय संगठनों में से एक बनकर उभरा है. एससीओ की स्थापना रूस, चीन, किर्गिज गणराज्य, कजाकिस्तान, ताजिकिस्तान और उज्बेकिस्तान के राष्ट्रपतियों ने 2001 में शंघाई में एक सम्मेलन में की थी. भारत और पाकिस्तान 2017 में इसके स्थायी सदस्य बने थे.
विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने गुरुवार को रूस, चीन, पाकिस्तान और शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) के अन्य सदस्य देशों के विदेश मंत्रियों के लिए एक भव्य स्वागत समारोह की मेजबानी की. इसके साथ ही समूह के दो दिवसीय सम्मेलन की शुरुआत हुई. एससीओ के विदेश मंत्रियों की परिषद (सीएफएम) में मुख्य विचार-विमर्श शुक्रवार को होगा.
बेनौलिम में समुद्र के किनारे ताज एक्सोटिका रिसॉर्ट में आयोजित स्वागत समारोह में चीनी विदेश मंत्री छिन कांग, रूस के सर्गेई लावरोव और पाकिस्तान के बिलावल भुट्टो जरदारी, उज्बेकिस्तान के बख्तियार सैदोव और एससीओ महासचिव झांग मिंग ने भाग लिया. स्वागत समारोह में कजाकिस्तान, किर्गिस्तान और ताजिकिस्तान के विदेश मंत्री भी शामिल हुए.
-भारत एक्सप्रेस
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