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झारखंड विधानसभा अनिश्चितकाल के लिए स्थगित, CM का ऐलान- अग्निवीरों को देंगे अनुग्रह राशि व अनुकंपा पर नौकरी

मुख्यमंत्री ने अपने भाषण में विपक्ष पर हमला करते हुए कहा, उनके पास कोई एजेंडा नहीं है. राजनीतिक एजेंडे के तहत ये लोग काम कर रहे हैं. इन लोगों ने एक महत्वपूर्ण सत्र को हंगामा में बदल दिया है.

मुख्यमंत्री हेमंंत सोरेन.

Ranchi : झारखंड विधानसभा के मॉनसून सत्र के आखिरी दिन भी विपक्ष के हंगामे के साथ सदन की शुरूआत हुई. सीएम हेमंत सोरेन ने सदन में अपना भाषण दिया. उन्होंने विपक्ष को साथ ही मुंहतोड़ जवाब भी दिया. भाषण के दौरान विपक्षी विधायक वेल में आकर हंगामा करने लगे. मुख्यमंत्री का भाषण शुरू होते ही हंगामा जोरदार होने लगा. सदन के बाहर बैठे विधायक अंदर आ गये. सदन में सीएम ने अपना भाषण दिया. उसके बाद स्पीकर के भाषण के साथ ही सदन की कार्यवाही अनिश्चितकाल के लिए स्थगित कर दी गई.

मुख्यमंत्री ने अपने भाषण में विपक्ष पर हमला करते हुए कहा, उनके पास कोई एजेंडा नहीं है. राजनीतिक एजेंडे के तहत ये लोग काम कर रहे हैं. इन लोगों ने एक महत्वपूर्ण सत्र को हंगामा में बदल दिया है. इस बीच विधायकों की नारेबाजी बढ़ने लगी. सीएम ने कहा, इन लोगों का काला चिट्ठा मेरे पास है. इन्होंने 5 साल में क्या किया? सब मेरे पास है. कितने भवन बनाए, कितनी चोरी की, सब हमारे पास है. इन लोगों ने डाका डालने का काम किया है. जमीन के लिए मर्डर तक हुआ है. यह लोग जमीन लुटेरे हैं और मुझे जमीन लूटने के आरोप में जेल में बंद करवाते हैं.

हिमंता पर भी साधा निशाना

सीएम ने आगे कहा , 5 वर्षों में जितने बिल्डिंग बने उसका पैसा कहां से आया? सरकारी और गैर मजूरवा जमीन पर भी इन लोगों ने भवन बना दिया. इन लोगों के पास ना तो सदन के अंदर कोई जवाब है ना सदन के बाहर . इनके एक ऐसे मुख्यमंत्री हैं जिनका राज्य बाढ़ में डूबा हुआ है. वहां वह नहीं जाकर यहां आकर राजनीति कर रहे हैं. झारखंड को विभाजित करने का प्रयास कर रहे हैं. समाज को विभाजित कर रहे हैं. चिंता मत करो झारखंड ही नहीं असम में भी आपका सफाया हो जाएगा. गैर सरकारी संस्थान में एक लाख से अधिक हमने नौकरी दे दिया. हजारों युवाओं को हमने नियुक्ति पत्र इसी हाथ से दिया है. हमारे बच्चे आज देश और विदेश में अच्छी कंपनियों में नौकरी कर रहे हैं. सरकारी नौकरी की बात करें तो इन लोगों ने 20 वर्षों में नियमावली तक नहीं बनाई , हमने नियमावली बनाने का काम किया. यह लोग पीठ में छुरा मारने वाले लोग हैं, इनसे पूछिए कि हाईकोर्ट में स्थानीय नीति के खिलाफ कौन गया था? इन लोगों ने स्थानीय नीति को कोर्ट में रोकने का काम किया. हमारे राज्य में यह कानून बने तो असंवैधानिक और उनके राज्य में बने तो संवैधानिक. हमने 90% आदिवासी मूलवासियों की नियुक्ति की. यह लोग क्या बात करेंगे, यह लोग आईना भी देखेंगे तो आईना सरमा जाएगा, ये इतने बहरूपिए हैं.

डेमोग्राफी के मुद्दे पर भी बोले मुख्यमंत्री

यह लोग डेमोग्राफी की बात करते हैं,इन लोगों से पूछे कि रांची, धनबाद, बोकारो और जमशेदपुर में आबादी क्यों बढ़ाई, किसके कारण आदिवासियों की संख्या घटी. यह लोग हमारे देश की स्थिति पाकिस्तान से भी खराब कर देंगे, महंगाई का स्तर देख लें. केंद्र में पहले मोदी और भाजपा की सरकार थी, अब केंद्र में बैसाखी की सरकार है. सहायक पुलिसकर्मी को इन्होंने नाजायज तरीके से नियुक्त किया, हम लगातार इन्हें एक्सटेंशन दे रहे हैं और घोषणा की है कि पुलिस नियुक्ति में 10% आरक्षण देंगे.

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मुख्यमंत्री ने अपने भाषण में बड़ी घोषणा करते हुए कहा, अग्निवीरों को अनुग्रह राशि देंगे और मूर्त होने पर अनुकंपा पर सरकारी नौकरी देंगे. हम अपने काम के लिए मछली की आंख की तरह लक्ष्य रखकर काम कर रहे हैं और आने वाले समय में उनकी हर बातों का मुंह तोड़ जवाब देंगे. चाहे ये बाहर कहीं से भी झारखंड में नेता बुला लें.



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