जोशीमठ
Joshimath: उत्तराखंड के जोशीमठ में हो रहे भूधंसाव से स्थानिय निवासी चिंताग्रस्त हैं. यहां लगातार हो रहे भूधंसाव से भवनों में दरारें बढ़ते ही जा रही हैं. हाल में ही यहां के सिंहधार के निवासियों के घर अब टूटने भी लगे हैं. अब कई जगहों से ऐसी तस्वीर निकल कर सामने आई है जो विचलित कर रही है. सिंहधार में दरारों के बढ़ने से एक मकान की छत टूट गई.
इसके अलावा इस घर का आंगन भी काफी धंस गया है. वहीं एक खबर के मुताबिक दूसरे कई आवासीय मकान व यहां की एक गोशाला को भी खतरा पैदा हो गया है. प्रशासन ने सुरक्षा की दृष्टि से यहां रहने वाले परिवारों को पहले ही प्राथमिक विद्यालय में शिफ्ट किया जा चुका है.
अपना मकान छोड़ ली दूसरी जगह शरण, वहां भी आई दरारें
जोशीमठ में सिंहधार निवासी दिनेश लाल के घर में जब दरारें आई तो वे उसे छोड़कर दूसरी जगह चले गए, लेकिन उनके हटने के बाद जहां उनके मकान की छत छत भरभराकर ढह गई वहीं उन्होंने जिस मकान में शरण ली हुई है वहां भी दरारें आनी शुरु हो चुकी हैं. वहीं इस इलाके के शिवलाल व कई दूसरे लोगों के आवासीय मकान दरार आने की वजह से से बुरी तह से नष्ट हो गए हैं.
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गौशाला भी भूधंसाव की चपेट में
इस इलाके में प्रभावितों को प्रशासन द्वारा प्राथमिक विद्यालय सिंहधार, मिलन केंद्र व अन्य जगहों पर शिफ्ट किया गया है. दरारों से नष्ट हो चुके मकानों के मलबे चारों तरफ बिखरे हुए हैं. लोग अपने मकान को पूरी तरह से खाली कर सामान मित्र या परिचितों के घर पर रखा रहे है.
यहां स्थित गौशाला भी भूधंसाव की चपेट में आ गई है. इस कारण पशुओं की जान पर भी खतरा मंडरा रहा है. दिन में तो किसी तरह गौशाला के पशुओं की देखरेख हो जा रही है, लेकिन रात में अगर कुछ घटित होता है तो, इन बेजुबान जीवों को कौन बजाएगा. गौशाला में पशुओं की संख्या अच्छी खासी है. ऐसे में गौशाला में काम कर रहे लोगों पर भी खतरा मंडरा रहा है.
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