प्रतीकात्मक चित्र
डनलप, कोलकाता के खालसा मॉडल सीनियर सेकेंडरी स्कूल की प्रिंसिपल गुरमीत कौर अर्जानी और प्रबंधन समिति के अन्य सदस्यों को बैरकपुर पुलिस ने एक शिक्षिका जसबीर कौर की कथित आत्महत्या के मामले में पूछताछ के लिए बुलाया है.
जसबीर कौर गुरुवार शाम अपने दक्षिणेश्वर स्थित अपार्टमेंट में फांसी पर लटकी पाई गई थीं. घटना से पहले उन्होंने अपने सोशल मीडिया पेज पर लाइव वीडियो स्ट्रीम की थी, जिसमें उन्होंने प्रिंसिपल और प्रबंधन समिति के सदस्यों पर मानसिक उत्पीड़न का आरोप लगाया था. शिक्षिका के छात्रों, पड़ोसियों और रिश्तेदारों ने इस मामले की गहन जांच की मांग की है.
कौर के भाई जसबिंदर सिंह ने दक्षिणेश्वर पुलिस स्टेशन में आत्महत्या के लिए उकसाने का एफआईआर दर्ज कराया है. इसी के तहत प्रिंसिपल और अन्य सदस्यों से पूछताछ की जा रही है. बैरकपुर के पुलिस कमिश्नर आलोक रजोरिया ने कहा, “मामले में पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट आ चुकी है. जांच जारी है और सबूतों के आधार पर आगे की कानूनी कार्रवाई की जाएगी.”
कौर ने लाइव वीडियो में क्या कहा
2003 में कौर के पति की हत्या के बाद से वह दक्षिणेश्वर के मैत्रीमंदिर लेन में अकेले रह रही थीं. उनके दो बेटे विदेश में रहते हैं. कौर ने अपने लाइव वीडियो में कहा,
“पिछले पांच वर्षों से मैंने स्कूल की नई प्रबंधन समिति की अनियमितताओं और भ्रष्टाचार के खिलाफ आवाज उठाई. उन्होंने मुझे परेशान करना और अलग-थलग करना शुरू कर दिया. उन्होंने मुझसे बीएड (B.Ed.) प्रमाणपत्र की मांग करना शुरू कर दिया, जबकि मेरी रिटायरमेंट में केवल डेढ़ साल बचे थे. मेरे पास अब कोई विकल्प नहीं बचा है.”
हालांकि, स्कूल प्रबंधन ने सभी आरोपों को खारिज कर दिया. प्रबंधन समिति के वरिष्ठ सदस्य गुरबिंदर सिंह ने कहा, “वह अकेले रहने और बीएड प्रमाणपत्र न होने के कारण उदास थीं. तीन दिन पहले ही उन्होंने मुझसे कहा, ‘मेरे लिए कुछ कीजिए’, लेकिन मैं समझ नहीं पाया कि वह क्या चाह रही थीं.”
22 वर्षों से शिक्षण सेवा में समर्पित
कौर ने 22 सालों तक केजी की शिक्षिका के रूप में KMSSS में सेवाएं दीं. वह स्कूल की पूर्व छात्रा भी थीं. उनके छात्र उन्हें प्यार से “आंटी मैडम” बुलाते थे. एक छात्र ने कहा,
“कौर मैडम बहुत शांत और दयालु थीं. हमें समझ नहीं आ रहा कि उन्होंने इतना बड़ा कदम क्यों उठाया.”
पड़ोसियों और भाई की मांग
कौर की पड़ोसी सोमा मुखर्जी ने कहा,
“वह बहुत दयालु थीं. उन्होंने मुझे अपने बच्चे की तरह रखा. हाल के दिनों में वह स्कूल जाने से बचती थीं. जब मैंने पूछा तो उन्होंने बताया कि स्कूल प्रशासन उन्हें परेशान कर रहा है. इस मामले की तुरंत जांच होनी चाहिए.”
कौर के भाई जसबिंदर ने कहा,
“प्रिंसिपल और प्रबंधन समिति के सदस्यों ने उन्हें बीएड प्रमाणपत्र के लिए मानसिक रूप से प्रताड़ित किया. उन्होंने उनकी पेंशन, ग्रेच्युटी और अन्य लाभ रोकने की धमकी दी. घटना से पहले उन्होंने प्रिंसिपल और अन्य सदस्यों के साथ बैठक की थी. उनकी हरकतों ने मेरी बहन को आत्महत्या के लिए मजबूर किया. दोषियों को कड़ी से कड़ी सजा मिलनी चाहिए.”
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-भारत एक्सप्रेस
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