Bharat Express

कुनो में एक और चीते ‘शौर्य’ ने तोड़ा दम, अब तक 10 की मौत, जानें क्यों मर रहे चीते?

Kuno National Park Cheetah Shaurya Death: एमपी के श्योपुर स्थित कुनो नेशनल पार्क में चीतों के मरने का सिलसिला नहीं थम रहा है. मंगलवार दोपहर को यहां एक और चीते की मौत हो गई.

Kuno National Park Cheetah Shaurya Death

कुनो नेशनल पार्क में एक और चीते की मौत हो गई.

Kuno National Park Cheetah Shaurya Death: श्योपुर के कुनो नेशनल पार्क में मंगलवार को एक और चीते की मौत हो गई. इस चीते का नाम शौर्य है और इसने मंगलवार दोपहर 3 बजकर 17 मिनट पर दम तोड़ दिया था. इससे पहले सुबह 11 बजे वह अचेत मिला लेकिन उसके बाद चीतों की देखभाल कर रही टीम ने उसे सीपीआर दिया.

मेडिकल टीम द्वारा सीपीआर देने के बाद उसे होश आ गया लेकिन वह काफी कमजोर दिख रहा था. पोस्टमाॅर्टम रिपोर्ट के बाद ही उसकी मौत का खुलासा होगा. बता दें कि कूनो में अब तक 10 चीतों की मौत हो चुकी है. बता दें कि कूनो में टाइगर शौर्य अपने भाई गौरव के साथ रहता था. दोनों साथ में ही खेलते थे और शिकार भी साथ ही करते थे. बता दें कि भारत सरकार प्रोजेक्ट चीता के तहत सितंबर 2022 में 8 चीते नामीबिया से और फरवरी 2023 में 12 चीतों को दक्षिण अफ्रीका से लाया गया था.

यह भी पढ़ेंः रामलला की प्राण प्रतिष्ठा विधि से खुश नहीं निर्मोही अखाड़ा? महंत दिनेंद्र दास ने किया खुलासा

जानें क्यों मर रहे हैं चीते?

विशेषज्ञों की मानें तो चीते एक जगह से दूसरी जगह पर ले जाने पर बहुत तनाव में आ जाते हैं. चीतों पर माहौल बदलने का बहुत ज्यादा असर पड़ता है. भारत का मौसम एशियाटिक चीतों के हिसाब का है. हालांकि कुनो की परिस्थितियां अफ्रीकन चीतों के लिए एकदम ठीक है लेकिन जगह बदलने का बहुत बड़ा फर्क पड़ता है. जानकारी के अनुसार जब चीते शिकार नहीं करते हैं तो ब्रीडिंग भी नहीं होती है ऐसे में उनकी मौत भी हो सकती है. विशेषज्ञों की मानें तो इन चीतों में से आधे चीते भी अगर बच जाते हैं तो प्रोजेक्ट चीता सफल माना जाएगा.

यह भी पढ़ेंः ग्वालियर से अयोध्या के लिए नई फ्लाइट शुरू, जानें शेड्यूल से लेकर किराए तक सब कुछ

Also Read