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ऑनलाइन लर्निंग में कम रुचि, OTT कंटेंट सबसे ज्यादा देख रहे भारतीय इंटरनेट यूजर्स: रिपोर्ट

एक हालिया रिपोर्ट के अनुसार, भारत में इंटरनेट उपयोगकर्ताओं के बीच ऑनलाइन लर्निंग प्लेटफॉर्म्स की लोकप्रियता में गिरावट आई है, जबकि ओटीटी (ओवर-द-टॉप) कंटेंट सबसे ज्यादा देखा जा रहा है.

Indian internet users are watching OTT content the most.

OTT कंटेंट सबसे ज्यादा देख रहे भारतीय इंटरनेट यूजर्स

एक हालिया रिपोर्ट के अनुसार, भारत में इंटरनेट उपयोगकर्ताओं के बीच ऑनलाइन लर्निंग प्लेटफॉर्म्स की लोकप्रियता में गिरावट आई है, जबकि ओटीटी (ओवर-द-टॉप) कंटेंट सबसे ज्यादा देखा जा रहा है. यह रिपोर्ट डिजिटल मीडिया और इंटरनेट उपयोग से जुड़े वर्तमान रुझानों को दर्शाती है.

ऑनलाइन लर्निंग की गिरती लोकप्रियता

कोरोना महामारी के दौरान जब शैक्षणिक संस्थान बंद थे, ऑनलाइन लर्निंग प्लेटफॉर्म्स ने तेजी से लोकप्रियता हासिल की थी. हालांकि, अब यह ट्रेंड कम होता नजर आ रहा है. रिपोर्ट में बताया गया है कि ऑनलाइन लर्निंग का उपयोग करने वाले लोगों का प्रतिशत अन्य डिजिटल गतिविधियों की तुलना में काफी कम है. विशेषज्ञों का मानना है कि जैसे-जैसे शैक्षणिक संस्थान सामान्य रूप से काम करने लगे हैं, लोग फिजिकल क्लासेस को ज्यादा प्राथमिकता दे रहे हैं.

OTT कंटेंट की बढ़ती मांग

रिपोर्ट में यह भी खुलासा हुआ कि भारत में इंटरनेट उपयोगकर्ताओं के बीच ओटीटी प्लेटफॉर्म्स जैसे कि नेटफ्लिक्स, अमेज़न प्राइम वीडियो, डिज़्नी+ हॉटस्टार आदि का उपयोग सबसे ज्यादा हो रहा है. मनोरंजन के लिए इंटरनेट उपयोग करने वाले लोगों की संख्या लगातार बढ़ रही है. खासकर युवाओं और शहरी क्षेत्रों के लोगों में ओटीटी प्लेटफॉर्म्स की लोकप्रियता काफी अधिक है.

OTT प्लेटफॉर्म्स पर लागू नियम और कानून

भारत में ओटीटी प्लेटफॉर्म्स को लेकर बढ़ती लोकप्रियता के साथ ही इन पर नियम और कानून भी लागू किए गए हैं. भारत सरकार ने फरवरी 2021 में “इन्फॉर्मेशन टेक्नोलॉजी (इंटरमीडियरी गाइडलाइंस एंड डिजिटल मीडिया एथिक्स कोड) रूल्स, 2021” को लागू किया, जो ओटीटी प्लेटफॉर्म्स और डिजिटल मीडिया के लिए जिम्मेदारी तय करता है.

इन नियमों के तहत:

1. सेल्फ-रेगुलेशन: ओटीटी प्लेटफॉर्म्स को अपनी सामग्री को स्वयं मॉनिटर करना होगा और यह सुनिश्चित करना होगा कि सामग्री भारतीय कानूनों का उल्लंघन न करे.
2. कंटेंट क्लासिफिकेशन: प्लेटफॉर्म्स को फिल्मों और वेब सीरीज को वर्गीकृत करना होगा जैसे U, U/A 7+, U/A 13+, और A (अडल्ट).
3. ग्रिवांस रिड्रेसल मैकेनिज्म: ओटीटी प्लेटफॉर्म्स को शिकायतों के निपटारे के लिए एक प्रणाली स्थापित करनी होगी.
4. एथिक्स कोड: सभी ओटीटी कंटेंट को अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता के अधिकार का सम्मान करते हुए भारतीय सांस्कृतिक और नैतिक मूल्यों को बनाए रखना होगा.

सोशल मीडिया और शॉर्ट वीडियो का दबदबा

रिपोर्ट में यह भी बताया गया है कि सोशल मीडिया और शॉर्ट वीडियो प्लेटफॉर्म्स जैसे इंस्टाग्राम, यूट्यूब शॉर्ट्स, और टिकटॉक जैसी ऐप्स भी भारतीय इंटरनेट उपयोगकर्ताओं के बीच काफी लोकप्रिय हैं. रिपोर्ट के अनुसार, लोग औसतन 2-3 घंटे प्रतिदिन इन प्लेटफॉर्म्स पर बिताते हैं.

डिजिटल मीडिया का बदलता परिदृश्य

इस रिपोर्ट के जरिए यह साफ होता है कि भारतीय इंटरनेट उपयोगकर्ता अब मनोरंजन और सोशल मीडिया पर अधिक समय बिताना पसंद कर रहे हैं. हालांकि, ऑनलाइन लर्निंग प्लेटफॉर्म्स की लोकप्रियता में कमी देखी जा रही है, लेकिन यह शिक्षा के क्षेत्र में डिजिटल क्रांति का अहम हिस्सा बने हुए हैं.

विशेषज्ञों का मानना है कि डिजिटल दुनिया में इन बदलावों को समझना और उपयोगकर्ताओं की बदलती प्राथमिकताओं के अनुसार सेवाएं प्रदान करना महत्वपूर्ण है. रिपोर्ट के अनुसार, भारत में इंटरनेट उपयोगकर्ता मनोरंजन और सोशल मीडिया के क्षेत्र में अधिक समय व्यतीत कर रहे हैं, जो डिजिटल कंटेंट निर्माताओं और कंपनियों के लिए एक बड़ा अवसर प्रदान करता है.

-भारत एक्सप्रेस 



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