एनसीपी में सियासी संग्राम
Maharashtra Politics Crisis: अजित पवार के शिंदे सरकार को समर्थन देने के बाद महाराष्ट्र में सियासी भूचाल आया है. एनसीपी साफ तौर पर दो धड़ों में बंटती नजर आ रही है. शरद पवार आज दिल्ली में पार्टी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में शामिल होने के लिए पहुंचेंगे. इससे पहले दिल्ली में NCP प्रमुख शरद पवार के आवास के बाहर पोस्टर लगाए गए हैं. पोस्टर में लिखा गया है, “सच और झूठ की लड़ाई में पूरा देश शरद पवार साहेब के साथ है और भारत देश का इतिहास है कि इसने कभी धोखा देने वाले को माफ नहीं किया.”
इससे पहले बीते बुधवार को अजित पवार और शरद पवार गुट ने अलग-अलग बैठक बुलाई थी, जिसमें चाचा की तुलना में भतीजे का पलड़ा ज्यादा भारी नजर आया है. अजित पवार के खेमे में 30 विधायक जबकि शरद पवार के खेमे में 13 विधायक नजर आए. कुछ विधायक मुंबई में मौजूद न होने के कारण मीटिंग में नहीं पहुंच सके. हालांकि, छगन भुजबल ने दावा किया कि अजित पवार को 40 विधायकों का समर्थन है. इस बीच बड़ी खबर आ रही है कि अजित पवार ने शरद पवार को एनसीपी प्रमुख के पद से हटा दिया है और वे खुद इस पद पर काबिज हो गए हैं.