Bharat Express

Lucknow: KGMU में लगी आग, मरीजों को निकाला गया बाहर, डिप्टी सीएम बृजेश पाठक ने दिए सभी जिले के CMO को दिए कड़े निर्देश

KGMU में आग की घटना के बाद डिप्टी सीएम बृजेश पाठक ने सभी जिलों के सीएमओ, अस्पताल के सीएमएस व मेडिकल संस्थान के अधिकारियों को आग जैसी घटना न हो, इसके लिए जरूरी निर्देश दिये.

इमारत से उठती लपटें

अवनीश कुमार

Lucknow: लखनऊ के किंग जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी (KGMU) से बड़ी खबर सामने आ रही है. यहां के वृद्धवस्था मानसिक रोग विभाग के निर्माणधीन भवन की ऊपरी मंजिल पर आग लगने के बाद अफरा-तफरी मच गई है. आनन-फानन में भवन के नीचे चल रहे ओपीडी से मरीजों को बाहर निकाला गया है. भवन के ऊपरी हिस्से में शटरिंग का काम हो रहा था तभी अचानक आग लग गयी. फिलहाल आग के कारणों का पता अभी नहीं चल सका. इसकी जांच की जा रही है.

इस घटना के बाद डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने सरकारी अस्पताल व मेडिकल संस्थानों में आग से बचाव के पुख्ता इंतजाम करने के निर्देश दिए हैं. साथ ही समय-समय पर मॉकड्रिल करने के लिए भी कहा है. उन्होंने ये भी कहा है कि, इसमें अधिकारी किसी भी तरह की लापरवाही न बरतें. वार्डों में आग से बचाव के इंतजाम किये जायें. पुरानी व जर्जर वायरिंग दुरुस्त कराई जाये. उन्होंने कहा है कि इसमें रोगी कल्याण समिति के बजट का इस्तेमाल नियमानुसार कर सकते हैं. वहीं जानकारी सामने आ रही है कि, तेज हवा और भीषण गर्मी के बीच आग ने विकराल रूप ले लिया और तेजी से फैलने लगी, जिससे मरीजों और तीमारदारों के बीच हड़कम्प मच गया. वहीं आग लगने की सूचना पर दमकल कर्मी मौके पर पहुंचे और आग पर काबू पा लिया है.

ये भी पढ़ें- Lucknow: कोर्ट परिसर में माफिया संजीव जीवा की हत्या के बाद वकीलों ने किया कार्य बहिष्कार, उठाए सुरक्षा पर सवाल, सीएम को भेजा पत्र, दी 24 घंटे की चेतावनी

आग बुझाने के लिए फायर ब्रिगेड की चार गाड़ियां बुलाई गई थीं. इस दौरान 10 से 12 फायरकर्मियों ने कड़ी मशक्कत के बाद करीब एक घंटे में आग पर काबू पा लिया. इस सम्बंध में कुछ वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है, जिसमें दिखाई दे रहा है कि अस्पताल में अफरा-तफरी मची हुई है.

आपातकाल गेट के लिए दिशा-निर्देश चस्पा करायें

डिप्टी सीएम बृजेश पाठक ने सभी जिलों के सीएमओ, अस्पताल के सीएमएस व मेडिकल संस्थान के अधिकारियों को निर्देश दिये. डिप्टी सीएम ने कहा कि गर्मी में आग लगने जैसी घटनाओं की आशंका बढ़ जाती हैं. ऐसे में खास एहतियात बरतें. आग से बचाव के पर्याप्त इंतजाम कर लें. फायर फाइटिंग सिस्टम की क्षमता को परखें, मॉकड्रिल करें. कर्मचारियों को आकस्मिक दशा में आग से बचाव हेतु प्रशिक्षित करें. इमरजेंसी गेट आदि के बारे में दिशा-निर्देश दीवारों पर चस्पा करायें.

वार्ड में लगाएं फायर इस्टिंग्यूसर

डिप्टी सीएम ने कहा कि बिजली की वायरिंग, बोर्ड, स्विच आदि भी समय-समय पर चेक करायें. सेंट्रल एयरकंडीशन के संचालन में भी मानकों की अनदेखी न करें. उन्होंने आगे कहा कि निर्माणाधीन भवनों की तरफ बिना जरूरत मरीज-तीमारदार न जाने पायें. अस्पतालों में व्यवस्था बनाये रखने में किसी भी तरह की चूक नहीं होनी चाहिए.

-भारत एक्सप्रेस

Also Read