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Lucknow: उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) की राजधानी लखनऊ (Lucknow )से बड़ी खबर सामने आ रही है. यहां लखनऊ विकास प्राधिकरण (LDA) ने बड़ा कदम उठाया है और चर्चित FI बिल्डर पर एफआईआर दर्ज करवा दी है. आरोप है कि बिल्डर ने नियमों को ताक पर रखकर इमारत का निर्माण करवाया. शिकायत मिलने के बाद एलडीए ने मामले का संज्ञान में लिया और जांच की. इसके बाद अब कैसरबाग थाने में बिल्डरों के खिलाफ एफआईआर दर्ज करवा दी गई है.
इस मामले को लेकर लखनऊ विकास प्राधिकरण के अवर अभियंता इम्तियाज अहमद ने मीडिया को जानकारी दी कि, 18 फरवरी 1997 में FI बिल्डर के निदेशक मोनिस इकबाल, भाई सिराज और सहयोगी माइकल को कैसरबाग इलाके में 23 हजार वर्ग मीटर जमीन पर अपार्टमेंट बनाने की स्वीकृति दी गई थी. अवर अभियंता ने आगे जानकारी दी कि, FI बिल्डर को 6 मंजिला इमारत में 72 फ्लैट बनाने थे, लेकिन जब निर्माण कार्य हुआ तो नियमों की खूब अनदेखी की गई और आठ मंजिला इमारत खड़ी कर दी गई, जबकि इसकी स्वीकृति लखनऊ विकास प्राधिकरण ने नहीं दी थी.
इस सम्बंध में कैसरबाग इंस्पेक्टर सुधाकर सिंह ने मीडिया को जानकारी दी कि एलडीए के अवर अभियंता की तहरीर पर बिल्डर पर धोखाधड़ी, कूटरचित दस्तावेज तैयार कर इस्तेमाल करने व साजिश रचने की धारा में एफआईआर दर्ज की गई है. इंस्पेक्टर ने बताया कि, एलडीए ने विभागीय स्तर पर की गई जांच से संबंधित दस्तावेज पुलिस को उपलब्ध करा दिए हैं. पुलिस विवेचना करने के बाद आरोपियों पर साक्ष्यों के आधार पर कार्रवाई करेगी.
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नहीं दिया नोटिस का जवाब
लखनऊ विकास प्राधिकरण की ओऱ से दर्ज कराई गई रिपोर्ट में बताया गया है कि जब प्राधिकरण को अवैध निर्माण कार्य व मानकों को ताख पर रख कर बनाई गई इमारत की जानकारी मिली तो एफआई बिल्डर को नोटिस जारी की गई, लेकिन बिल्डर ने नोटिस का कोई जबाव नहीं दिया. इसी के बाद प्राधिकरण ने रिपोर्ट दर्ज कराने का कदम उठाया और जांच रिपोर्ट के आधार पर मामला दर्ज करा दिया.
-भारत एक्सप्रेस