शख्स ने घर की छत पर उगाए टमाटर
यूपी में सब्जियों के दाम बढ़ने से लोगों के किचन का बजट डांवाडोल होने लगा है. कई बार थोक बाजार में सब्जियों की कीमत कम हो जाती है. लेकिन फुटकर में इन सब्जियों के दाम कम नहीं हो रहे. आए दिन सब्जियों के दामों में उतार-चढ़ाव होने से लोग नाराज़ हैं. टमाटर अपने रिकॉर्ड स्तर पर है. लखनऊ के रहने वाले वी.के पांडे को बागवानी का शौक है. शहर में खेत तो है नहीं, इसलिए उन्होंने गमलों में खेती का प्रयोग किया. इसके बाद अब सब्जियों के बढ़ते दामों का उन पर कोई असर नहीं पड़ता. क्योंकि उन्होंने अपने घर के छत पर गमलों में ही ढाई क्विंटल टमाटर जून तक उगा दिए. बढ़ते सब्जियों के दामों के बीच गमले की खेती से किचन के बजट में उनको कोई फर्क नहीं पड़ा.
यूपी में सब्जियों के दाम बढ़ने के कारण लोगों की परेशानी एक बार फिर बढ़ गयी है, जिसे सब्जियां खरीदते समय लोगो की नाराजगी साफ नजर आती है. पर लखनऊ के गोमती नगर में रहने वाल वीके पांडे की सेहत पर कोई असर नहीं पड़ता क्योंकि उन्होंने अपने ही घर की छत पर टमाटर-अन्य सब्जियां के पौधें उगा दिए. जगह कम हुई तो बालकनी में भी टमाटर-सब्जियों के पौधें लगा दिए. जिसमें टमाटर- तरोई-करेला-लौकी-बैंगन-भिंडी सहित अन्य सब्जियों की इतना पैदावार होती है कि इसका फायदा उन्हें और उनके पड़ोसियों- रिश्तेदारों को होता है. अगर टमाटर-हरी सब्जियां का रेट में इजाफा होता है तो उन्हें इस महंगाई से कोई फर्क नहीं पड़ता. ऐसे में टमाटर खरीदने में खर्च होने वाली पूंजी पूरी तरह से बच रही है.
वह बताते हैं कि बचपन से उन्हें गार्डनिंग का शौक था. जगह की कमी होने के बावजूद उन्होंने अपने घर की छत और बालकनी में खूब सारे गमले लगा दिए. इसमें उन्होंने सब्जियां लगाना शुरू किया. जब उन्हें लगा आने वाले वक्त में टमाटर के रेट में इजाफा होगा तो 600 वर्ग फूट में उन्होंने 50 से 60 टमाटर के पौधे लगाना शुरू कर दिया. इसे देख उनके पड़ोसी ने भी उन्हें अपनी 600 स्क्वायर फीट की जगह दे दी. यहां उन्होंने टमाटर के अलावा नींबू, मौसमी समेत कई पौधे लगाए. कुछ ही महीने में उन्हें ढाई कुंतल टमाटर की पैदावार हुई. फिलहाल अपने इस काम से वह पूरे क्षेत्र में चर्चा का विषय बने हुए हैं.